मध्य प्रदेश के बैतूल में शराबबंदी को लेकर पुलिस की ब्लू गैंग ने जो अभियान चलाया

मध्य प्रदेश के बैतूल में शराबबंदी को लेकर पुलिस की ब्लू गैंग ने जो अभियान चलाया वो बहुत ही अनोखा है. शराब के अड्डे पर शराब पीने गए लोगों को शरबत पीकर वापस आना पड़ा और आगे से शराब ना पीने की कसम भी खानी पड़ी. आदतन शराब पीने वाले लोगो की शराब छुड़ाने के लिए ब्लू गैंग बुधवार की शाम बैतूल शहर के मांझी नगर और सदर की सरकारी देशी शराब दुकानों पर नींबू के शरबत की कैन लेकर पहंची. दकानों के सामने खड़े होकर उन लोगों को शरबत पिलाया जिन्होंने शराब पी ली थी या पीने वाले थे. इसके अलावा जो शराब खरीदकर ले जा रहे थे उन्हें भी शरबत पिलाया. ब्लू गैंग ने चालीस से पचास लोगों को शरबत पिला कर उन्हें आगे से शराब ना पीने की समझाइश दी और शराब के नुकसान बताए. कुछ लोगों ने खरीदी शराब को डस्टबिन में तक डाल दिया. दरअसल, बैतूल पुलिस ने पिछले दिनों सामाजिक बुराइयों को दूर करने के लिए समाजसेवी महिलाओं और महिला आरक्षकों की एक टीम बनाई है जिसका नाम ब्लू गैंग रखा गया है. ब्लू गैंग का ड्रेस कोड भी ब्लू है. शराब के खिलाफ चलाए जा रहे इस अभियान को लेकर ब्लू गैंग का उद्देश्य कि शराब पीने के बाद आमतौर पर परिवार में कलह होती है और शराब के कारण घटनाएँ भी घटती हैं, इसलिए लोगों के बीच उन्हें जागरूक करने इस तरह का अभियान चलाया जा रहा है. इसलिए सबसे पहले इस अभियान की शुरुआत शहर के सरकारी देशी शराब के अड्डों से की गई. देशी शराब के अड्डों को इसलिए चयनित किया गया यहां पर वह लोग शराब पीने आते हैं, जो गरीब तबके के होते हैं और दिन भर मेहनत करके डेढ़ सौ रुपए कमाते हैं और अस्सी रुपये की शराब पी लेते हैं. शराब पीने के बाद घर में विवाद करते