नहीं लग रहा हरे भरे आम के पेड़ों के कटान पर अंकुश
रिपोर्ट अनिल कुमार सोनी
बड्डूपुर बाराबंकी – जहाँ एक तरफ सरकार करोड़ों रुपये खर्च पैसा पानी की तरह बहा रही हैं। की पर्यावरण को बढ़ावा व धरा को हरियाली से सुशोभित करने के लिए सरकार द्वारा मुहिम चलाई जा रही है। की क्षेत्र में अधिक से अधिक पौधे लगाये जाये जिससे पर्यावरण को बढ़ावा मिले ,वहीं क्षेत्र में चौतरफा हरे-भरे वृक्षों पर वन माफिया आरा चला रहे हैं। ऐसा ही ताजा मामला गुरुवार को देखने को मिला जब वन माफियाओ ने बड्डूपुर स्थित मातिबरनगर सरैया में एक दो नही बल्कि 6 आम के पेड़ काट डाले। इतना ही नहीं वन माफियाओं ने रातों रात लकड़ी भी उठा ली। वन विभाग व पुलिस विभाग से जब इस संबंध में जानकारी ली गई तो उन्होंने बताया कि कांटे गए पेड़ों का परमिट हैं।
वहीं अगर सूत्रों की माने तो परमिट केवल पांच ही पेड़ों का था और मौके पर 6 पेड़ो का कटान हुआ है
जबकि स्थानीय लोगों की माने तो काटे गए हरे भरे पेड़ ज्यादा पुराने भी नहीं थे। ऐसे में इन हरे भरे पेड़ों का परमिट कैसे जारी कर दिया गया। नियमों को ताक पर रख कर जब जिम्मेदार विभाग ही रक्षक की जगह भक्षक की भूमिका निभा रहे हैं तो सवाल उठना लाजिमी है।
वन रेंजर फतेहपुर रमेश भट्ट ने बताया कि काटे गए छह पेड़ों का परमिट था। उद्यान विभाग की जांच के बाद ही परमिट जारी किया गया है। वही इस संबंध में भगौली चौकी इंचार्ज अमर बहादुर सिंह ने बताया कि काटे गए पेड़ों का परमिट था।