देश की आजादी की लड़ाई में अहम भूमिका अदा करने वाले अमर शहीद चंद्रशेखर आजाद की पुण्यतिथि पर गांधी भवन में स्मृति सभा का किया गया आयोजन
स्टेट हेड शमीम की रिपोर्ट
बाराबंकी। देश की आजादी की लड़ाई में अहम भूमिका अदा करने वाले अमर शहीद चंद्रशेखर आजाद की पुण्यतिथि पर गांधी भवन में स्मृति सभा का आयोजन किया गया।
गांधी जयंती समारोह ट्रस्ट द्वारा आयोजित सभा में अमर शहीद चंद्रशेखर आजाद के चित्र पर माल्यार्पण कर श्रद्धांजलि अर्पित की गई।
सभा को संबोधित करते हुए समाजवादी चिंतक राजनाथ शर्मा ने कहा कि चंद्रशेखर आजाद के योगदान व बलिदान को कभी भुलाया नहीं जा सकेगा। उन्होंने बचपन से ही देश को आजाद करने की ठान ली थी। देश को गुलामी की जंजीरों से आजाद कराने के लिए अपने आप को बलिदान कर दिया।
श्री शर्मा ने आगे बताया कि जब वह अंतिम समय अंग्रेजों ने उन्हें घेर लिया तब वह अंग्रेजों के हाथ लगने की बजाए मौत को गले लगाना बेहतर समझा। उनके इस बलिदान से युवाओं व देशवासियों को राष्ट्र भक्ति की प्रेरणा लेनी चाहिए।
समाजसेवी विनय कुमार सिंह ने कहा कि चन्द्रशेखर आजाद की देशभक्ति, वीरता और अदम्य भावना एक प्रेरणा बनी हुई है। स्वतंत्रता के लक्ष्य के प्रति उनके सर्वोच्च बलिदान के लिए राष्ट्र हमेशा ऋणी रहेगा है। अब समय आ गया है कि उनकी राष्ट्रभक्ति से प्रेरणा लेकर युवा समाज में व्याप्त भ्रष्टाचार को दूर करने के लिए आगे आए।
इस मौके पर विजय कुमार सिंह, सत्यवान वर्मा, मृत्युंजय शर्मा, अशोक शुक्ला, संतोष शुक्ला, नीरज दुबे, पाटेश्वरी प्रसाद, अनिल यादव, मनीष सिंह, साकेत मौर्या, पी.के. सिंह, लवकुश शरण आनंद, राहुल यादव आदि उपस्थित थे।