स्वाद की महफिल में फलों के राजा ‘आम’ का जलवा………।
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रिपोर्ट :- शिवा वर्मा/ यूपी ब्रेकिंग न्यूज
बाराबंकी। स्वाद की महफिल में फलों के राजा ‘आम’ का जलवा रविवार को शहर स्थित मुग़ल दरबार में स्वर्गीय राजीव चौधरी पर्यावरण संरक्षण समिति द्वारा बारहवीं आम प्रदर्शनी एवं गोष्ठी में देखने को मिला। प्रदर्शनी में बागवानी और आम के शौकीनों का प्यार उमड़ पड़ा। प्रदर्शनी में आम की कुल 200 प्रजातियों से अधिक उन्नत और देशी प्रजाति के आम का प्रदर्शन किया गया। प्रदर्शनी में केसर (गुजरात), हिमसागर (कोलकता), अल्फांसो (महाराष्ट्र), तोता परी (आन्ध्रप्रदेश), सुर्खा (भोपाल, मध्यप्रदेश) आदि शामिल रहे।
प्रदर्शनी का उद्घाटन कृषि भवन, लखनऊ के अपर कृषि निदेशक डॉ. आर. के. सिंह ने किया। उन्होंने बताया कि भारत में सर्वाधिक आम का उत्पादन चार राज्यों में होता है। जिसमें आम के उत्पादन का सबसे पहला और बड़ा राज्य उत्तर प्रदेश है, जहां 23 प्रतिशत आम का उत्पादन होता है। इसके बाद आन्ध्रप्रदेश में 21 प्रतिशत, कर्नाटक में 11 प्रतिशत और बिहार में 9 प्रतिशत ही आम का उत्पादन होता है। भारत में आम की 1500 प्रजातियां पाई जाती है। जिसमें ‘याकूती’ आम बाराबंकी की प्रमुख पैदावार है।
इस दौरान आयोजित गोष्ठी की अध्यक्षता गांधीवादी चिन्तक राजनाथ शर्मा ने की। गोष्ठी में उपस्थित आम की बागबानी करने वाले फवाद किदवाई और अलीम किदवाई ने लोगों ने आम के बागबानों में जहरीले रसायन का छिड़काव न करने की अपील की। उन्होंने कहा कि जिले में यदि बागवानी के क्षेत्रफल को हटा दिया जाए तो पर्यावरण का संतुलन बिगड़ जाएगा। आम के बाग स्वाद और सेहत दोनों का ख्याल रखती है। हमें पर्यावरण का संतुलन बनाए रखने के लिए अपने बगीचे में एक आम का पेड़ जरूर लगाना चाहिए।
प्रदर्शनी में आम की प्रजाति याकूती, अंबिका, आम्रपाली, सेंसेशन, टॉमी एटकिंसन का जलवा बरकरार रहा। ये किस्में अपनी गुणवत्ता, अच्छे रंग के कारण प्रसिद्ध है। वहीं प्रदर्शनी में कोलकता से वस्त्रा, पूसा, उरनिमा, काटिमान, थाई हिमसागर, माल्दहा, टाम एटकिन, थ्री टेस्ट आदि प्रजातियां शामिल रहीं। इसके अलावा गुलाब खास, मल्लिका, हुश्नआरा, अम्बिका, पान पराग, जाफरान, मोहन भोग, नीलम केसर, बेनजीर, आम्रपाली, लता, तोतापरी, याकूती, सुर्ख दशहरी, गुलाब खास, चौसा, नूरजहां, स्वर्ण रेखा, जौहरी सफेदा, लंगड़ा, सीर-ए-हयात, तहनवाज पसंद, खजुरी, लंगड़ा बनारसी, राम केवड़ा, मुमताज पसंद, मक्खन आदि विशेष प्रजातियांे का प्रदर्शन किया गया।
गोष्ठी का संचालन मो उमैर किदवाई ने किया। इस दौरान कार्यक्रम संयोजक एवं पर्यावरणविद् हाजी सलाउद्दीन किदवाई और जतिन चौधरी ने आए हुए अतिथियों का आभार व्यक्त किया। इस मौके पर अनवर महबूब किदवाई, आदिल हसन, सौरभ सिंह, शाहजहांपुर से मुशीर हसन खान, शाहाबाद से चांद मियां, हरदोई से आमिर किरमानी, मलीहाबाद से शिवकुमार, बाराबंकी से जय सिंह, भयारा से अलीम किदवाई, बड़ागांव से फवाद किदवाई, मसौली से पप्पू मिश्रा बिरौली, शिवशंकर शुक्ला, हुमायूं नईम खान, परवेज अहमद, राकेश त्रिवेदी, जियाउद्दीन, खालिद जिलानी, मुजीब रहमान किदवाई, विजय कुमार वर्मा, तौहीद खान, नैयर जमाल, अजय सिंह, विजय अवस्थी, अनुपम श्रीवास्तव असद उल्लाह किदवाई आदि प्रदेश व जिलेभर से आम की बागवानी के शौकीन लोग उपस्थित रहे।