बेड़ौरा ग्राम पंचायत सरकारी विद्यालय की प्रधानाध्यापिका ने की गरीब बच्ची से पैसों की मांग।

बेड़ौरा ग्राम पंचायत सरकारी विद्यालय की प्रधानाध्यापिका ने की गरीब बच्ची से पैसों की मांग।
रिपोर्ट:- सर्वेश कुमार जिला संवाददाता
(महमूदाबाद तहसील के अंतर्गत ग्राम पंचायत बेड़ौरा की प्राथमिक विद्यालय की कक्षा चार की छात्रा से टूटी कुर्सी के बदले नई कुर्सी अथवा चार सौ रूपये देने का डाला दबाव)
सीतापुर जनपद के महमूदाबाद तहसील के प्राथमिक विद्यालय ग्राम पंचायत बेड़ौरा में एक गरीब बच्ची को प्रधानाध्यापिका मनोज कुमारी के द्वारा परेशान करने का प्रकरण सामने आया है बेड़ौरा गावँ निवासी कय्यूम जो की सरैयां स्टेशन पर छोटी से नाई की दुकान चलाते हैं जिससे उनका जीवन यापन चलता है उनकी पुत्री प्राथमिक विद्यालय में कक्षा चार की छात्रा है बीते दिन बच्ची विद्यालय में खेल रही थी अपनी अन्य साथियों के साथ तभी खेलते खेलते उसका पैर फिसल गया जिससे वहीं पड़ी कुर्सी पर जाकर गिर पड़ी जिससे कुर्सी टूट गई जब इसकी जानकारी प्रधानाध्यापिका महोदया को पड़ी तो आनन फानन में महोदया ने उसको दण्डित करने के साथ साथ टूटी कुर्सी गरीब बच्ची के घर भिजवा दिया और आदेश जारी कर दिया घर वालों पर कि कुर्सी के चार सौ रूपये अथवा नई कुर्सी के साथ ही बच्ची विद्यालय में आये अन्यथा विद्यालय में बच्ची न आए अब जिससे घर वाले काफी परेशान हैं एक गरीब बाप अपनी बेटी को स्कूल कैसे भेजे अब ऐसे में सबसे बड़ा सवाल यह उठता है कि मैडम को आखिर क्यों तुगलकी फरमान जारी करना पड़ा जहां एक ओर प्रदेश सरकार सरकारी विद्यालयों की दिशा और दशा दोनों को बदलने का लगातार प्रयास कर रही है वही दूसरी तरफ ऐसे शिक्षक और शिक्षिकाएं प्रदेश सरकार की जन कल्याणकारी योजनाओं को पलीता दिखाने का काम कर रहे हैं आखिर एक कुर्सी के लिए बच्ची को विद्यालय आने से क्यों रोका जा रहा है ?और पैसे के लिए अभिभावक पर क्यों दबाव डाला जा रहा हैै? कब तक ऐसे शिक्षक शिक्षिकाएं गरीब विद्यार्थियों को लगातार परेशान करते रहेंगे? यह एक जांच का विषय है इस विषय में जब प्रधानाध्यापिका महोदया से बात करने की कोशिश की गई महोदया का साफ जवाब था की यह सब राजनीतिक विद्वेष की भावना से मनगढ़ंत कहानी रची जा रही है आखिर एक नाबालिक बच्ची प्रधानाध्यापिका पर ऐसा संगीन आरोप क्यों लगाएगी? या एक गरीब बाप अपने बच्चे को लेकर इतना परेशान क्यों होगा? यह एक जांच का विषय है आखिर कब दोषियों पर कड़ी कार्यवाही की जाएगी!