अर्नब गोस्वामी की गिरफ्तारी सत्ता का खुलेआम दुरुपयोग- पंo पुरूषोत्तम

सिद्धार्थनगर- विजय पाल चतुर्वेदी
अर्नब गोस्वामी की गिरफ्तारी महाराष्ट्र पुलिस एवं उद्धव सरकार के विरुद्ध हर तरफ से तीखी प्रतिक्रियाएं आती दिखाई दे रही हैं। वरिष्ठ /स्वत्रंत पत्रकार पंo पुरुषोत्तम पराशर ने इस कार्रवाई को सत्ता का खुल्लमखुल्ला दुरुपयोग करार दिया है। उनके अनुसार इस घटना ने आपातकाल की याद ताजा कर दी है। पंo पुरूषोत्तम पराशर के अनुसार कांग्रेस और उसके सहयोगियों ने लोकतंत्र को एक बार फिर शर्मसार कर दिया है। अर्नब गोस्वामी एवं रिपब्लिक टीवी के विरुद्ध की गई यह कार्रवाई लोकतंत्र के चौथे खंभे पर सीधा हमला है। पराशर ने कहा कि प्रेस की स्वतंत्रता पर हुए इस हमले का कड़ा विरोध होना चाहिए। इस घटना से हर उस व्यक्ति में गुस्सा है, जो मीडिया की स्वतंत्रता एवं अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता में विश्वास करता है। यह शर्मनाक है,
हम महाराष्ट्र में प्रेस की आजादी पर हुए हमले की निंदा करते हैं। ये प्रेस के साथ व्यवहार करने का तरीका नहीं है। इस घटना ने हमें आपातकाल की याद दिला दी, जब प्रेस के साथ इस प्रकार का व्यवहार किया जाता था। आपातकाल के दोषी को भारत ने क्षमा नहीं किया। जो लोग आज अर्नब के समर्थन में नहीं खड़े होते, वे फासीवाद के समर्थन में खड़े माने जाएंगे। हो सकता है, आप उन्हें (अर्नब को) पसंद न करते हों। आप उनके कामों का समर्थन न करते हों। लेकिन आज यदि आप चुप रहते हैं, तो कल आपका नंबर आने पर कौन खड़ा होगा आपके साथ।