15 दिन बाद अस्पताल से डिस्चार्ज हुई लावारिश नवजात बालिका, राजकीय बालगृह में दाखिल

स्टेट हेड शमीम की रिपोर्ट
बाराबंकी।15 दिन बाद अस्पताल से डिस्चार्ज हुई लावारिश नवजात बालिका, राजकीय बालगृह में दाखिल
मो0पुर खाला थाना क्षेत्र के ग्राम उमरी में तालाब के किनारे झाड़ियों में मिली थी लावारिश
कुर्सी में मिले नवजात बालक को कुत्तों ने किया था घायल, उपचार जारी
बाराबंकी। थाना मोहम्मदपुर खाला थाना क्षेत्र के ग्राम उमरी में 19 अप्रैल को तालाब के किनारे झाड़ियों में लावारिश दशा में मिली नवजात बालिका को चाइल्ड लाइन 1098 की टीम ने जिला चिकित्सालय के एसएनसीयू वार्ड में भर्ती कराकर उपचार कराया। 15 दिनों तक चले उपचार के बाद चिकित्सकों ने स्वस्थ्य होने व डिस्चार्ज कराने के लिए लिखा तो बाल कल्याण समिति/न्यायपीठ से आदेश प्राप्त कर चाइल्ड लाइन टीम सदस्य प्रदीप कुमार एवं काउन्सलर उमादेवी ने राजकीय संरक्षण में राजकीय बालगृह (शिशु) प्राग नरायन रोड, लखनऊ में दाखिल करा दिया है। बाल रोग विशेषज्ञ डाक्टर प्रेम दयाल ने बताया कि बालिका अब स्वस्थ्य है, बालिका का अवज अब दो किलो 100 ग्राम है। अब वार्ड में रखना संक्रमण के खतरे से खली नही है। वहीं बाल कल्याण समिति की अध्यक्ष श्रीमती लक्ष्मी श्रीवास्तव, सदस्य रत्नेश कुमार, सुरेशचन्द्र गुप्ता एवं डा0 शशि जायसवाल ने बालिका के सर्वोत्तम हित को देखकर राजकीय संरक्षण में रखने का आदेश पारित किया।
वहीं बीते मंगलवार को कुर्सी थाना क्षेत्र के अमरून चैराहे के निकट भठ्ठे के करीब झाड़ियों में फेंके गये नवजात बाल का उपचार जिला चिकित्सालय में चल रहा है। बुद्धवार को चाइल्ड लाइन के निदेशक ने बच्चे के स्वास्थ्य के बारे में जानकारी तो डा0 प्रेम दयाल ने बताया कि नवजात बच्चे को कुत्तों ने घायल किया है, जिसके लिए एन्टी रैबीज का आरबीआईजी इन्रेक्शन जो 48 घण्टे के अन्दर लगवाना आवश्यक है, यह इन्जेक्शन सरकारी सप्लाई में नही है। इन्जेक्शन उपलब्ध कराने के लिए रत्नेश कुमार एवं राज्य बाल अधिकार एवं संरक्षण आयोग की सदस्या डा सुचिता चतुर्वेदी ने मुख्य चिकित्सा अधीक्षक से वार्ता कर लोकल परचेज के माध्यम से नवजात इन्जेक्शन लगवाने का अनुरोध किया है। सीएमएस ने आश्वासन दिया है कि गुरूवार तक इन्जेक्शन लगवा दिया जायेगा।