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सुहागिन महिलाओं ने करवा चौथ का व्रत रखकर , पति की लंबी उम्र की किया कामना

अखंड सुहाग का प्रतीक है करवा चौथ का त्यौहार

बाराबंकी

सौभाग्यवती महिलाओं ने अपने अखंड सुहाग की रक्षा के लिए करवा चौथ का व्रत रखकर अपने पति की लंबी उम्र की कामना करते हुए चंद्र दर्शन करके अपने व्रत का पारायण किया ।

करवा चौथ पर निर्जला व्रत रखकर अखंड सुहाग की कामना करने की परंपरा सदियों से चली आ रही है यह त्यौहार कार्तिक माह की चतुर्थी तिथि को मनाया जाता है इस लिए इसे करवा चौथ भी कहते हैं महिलाएं इस दिन करवा चौथ का निर्जला व्रत धारण कर घरों के अंगन व दीवारों पर करवा चौथ व विभिन्न देवी देवताओं की रंगोली बनाकर के चलनी में चंद्र व अपने पति की आरसी देखकर सुहाग की देवी मां पार्वती व कार्तिकेय गणेश आदि की पूजा अर्चना करके अपने सुहाग की लंबी उम्र की कामना करती हैं करवा चौथ को मनाने के लिए कई दंत कथाएं प्रचलित हैं ।

एक किवदन्ती के अनुसार अपने पति सत्यवान के प्राणों की रक्षा के लिए सावित्री ने करवा चौथ का निर्जला व्रत धारण किया था तो उनके पति सत्यवान के प्राणों की रक्षा हुई थी और उनका सुहाग अखंड हो गया था

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दूसरी किवदन्ती के अनुसार एक बार अर्जुन नीलगिरी पर्वत की पहाड़ियों पर घोर तपस्या करने के लिए गए थे उनके जाने के बाद उनके चारों भाई पांडव गंभीर समस्या में पड़ गए तो महारानी द्रौपदी ने भगवान श्रीकृष्ण से अपने पतियों के मान सम्मान की रक्षा के लिए उपाय पूछा तो श्रीकृष्ण ने करवा चौथ का निर्जला व्रत रखकर पूजा अर्चना किये जाने की बात कही द्रौपदी ने विधि विधान पूर्वक करवा चौथ का व्रत धारण किया अर्जुन और उनके चारों भाई सकुशल वापस आए तभी से करवा चौथ का व्रत रखे जाने की परंपरा चली आ रही महिलाएं करवा चौथ का व्रत रख कर अपने पति की लंबी उम्र की कामना करती हैं ।

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सनातन परम्परा में कई प्रकार के व्रतों का विधान है जिसमें अपने पति की आयु और उनके स्वास्थ्य के लिए महिलाओं द्वारा वट पूजा की तरह ही कार्तिक कृष्ण पक्ष की चंद्रोदय व्यापिनि चतुर्थी को करवा चौथ या करक चतुर्थी व्रत किया जाता है। हिंदू महिलाएं इस व्रत को अखंड सुहाग का प्रतिमान मानती हैं। सौभाग्यवती महिलाएं इस दिन अपने पति की दीर्घायु और उत्तम स्वास्थ्य की मंगल-कामना करके भगवान रजनीश (चंद्रमा) को अर्घ्य प्रदान करती हैं।

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इस संबंध में सौभाग्यवती महिलाओ ने व्रत के बारे में मिली जुली प्रतिक्रियाए व्यक्त किया है

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ललिता वर्मा का कहना है कि हम लोग अपने जीवन साथी की लंबी आयु के लिए वट पूजा के साथ करवा चौथ का व्रत रखती हैं ताकि पति की आयु तथा स्वास्थ्य अच्छा रहे।

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2 लक्ष्मी वर्मा का कहना है कि इस व्रत का महिलाओं के जीवन में बड़ा ही महत्व है जो वैवाहिक संबंधों को मजबूत करता है तथा इस व्रत को रखने से पति की दीर्घायु होती है और ईश्वर की असीम अनुकंपा हमेशा बनी रहती है।

3 नीलम का कहना है हम लोग करवा चौथ का निर्जला व्रत रखते हैं ताकि हमारे पति के जीवन में आने वाली सभी कठिनाइया और बाधाएं दूर रहे और हमारा सुहाग हमेशा सलामत रहे। ईश्वर की दृष्टि हमारे दांपत्य जीवन पर हमेशा बनी रहे
करवा चौथ के त्यौहार पर जनपद के रामनगर सूरतगंज मेला रायगंज सैदनपुर बदोसराय कोटवा धाम किंतूर फतेहपुर समेत पूरे जनपद की सुहागिन महिलाओं ने निर्जला व्रत रखकर चंद दर्शन के पश्चात अपने व्रत का परायण करके अपने सुहाग की लंबी उम्र की कामना किया

मायके से आती है करवा चौथ की सामग्री

करवा चौथ के अवसर पर सौभाग्यवती महिलाओं के मायके से करवा नए कपड़े नया अनाज सहित सभी प्रकार की पूजन सामग्री आदि सामान उनकी ससुराल आता है जिसके सहयोग से यह महिलाएं पूरा दिन बगैर कुछ खाए पिए व्रत रखकर अपने पति की दीर्घायु और स्वास्थ्य की कामना करती हैं फिर चंद्रमा को अर्घ देकर अल्प आहार लेती है ।

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