सच्चे मन से याद करने पर भगवान जरूर मिलते है-(कनकेश्वरी)
भक्तो प्रह्लाद की कथा का रसापान किया।
सिद्धार्थनगर– सच्चे मन से भगवान को याद करने पर अपने भक्तों को जरूर मिलते है।यह बातें ब्लाक भनवापुर क्षेत्र के सेखुई गोबर्धन गांव में चल रहे नौ दिवसीय श्रीमदभागवत कथा महापुराण के सातवें दिन अयोध्या से पधारी कथावाचक कनकेश्वरी जी ने भक्त प्रह्लाद के कथा के दौरान कही।
कथा को आगे बढ़ते हुए कनकेश्वरी जी ने कहा कि हिरणाकश्यप ने अपने विष्णु भक्त पुत्र प्रह्लाद को खुद ईश्वर मान पूजा करने के लिए प्रह्लाद को तरह तरह तरह दंड दे कर भगवान बिष्णु का विरोध करने को कहता परन्तु उन्होंने कहा कि आप भगवान नही हो तो उसने उन्हे मारने के लिए काफी प्रयास किया मगर असफल रहा,अंत में हिरणाकश्यप एक दिन खुद तलवार लेकर प्रह्लाद को एक खंभे में बांध कर कहा बुलाओ अपने भगवान को देेखते है कैसे तुम्हें बचाने आते है।प्रह्लाद ने कहा हर तिनके मे हर जगह भगवान मौजूद हैं उन्हे बुलाने के लिए केवल सच्चे मन से बुलाने की जरूरत है।इतना सुन हिरणाकश्यप ने भक्त प्रह्लाद को मारने के लिए तलवार उठाया तो,तुरंत भगवान विष्णु खंभा फाड़ नरसिंह रूप मे प्रकट हुए और उसे मार दिया।इस मौके पर बेचन प्रसाद यादव, त्रिभुवन यादव,श्रीभुवन यादव,रामफेर उर्फ अंशु यादव,कुलदीप पांण्डेय,बाबूराम,डाक्टर प्रेम चंद्र यादव,दयाराम,रिंकू मिश्रा,पंण्डित भगवान दास मिश्र,लक्ष्मण यादव, अनुज,तेजू,आदि लोग मौजूद रहे।