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अब तकअभी तकबाराबंकी

वैज्ञानिकों द्वारा कृषकों को खरीफ फसल कटाई एवं आगामी रबी फसल की बुवाई के सम्बन्ध में जानकारी दी गई।

स्टेट हेड शमीम की रिपोर्ट

हैदरगढ़, बाराबंकी के अध्यक्ष/ वरिष्ठ वैज्ञानिक डा0 शैलेष कुमार सिंह, कृषि वैज्ञनिक डा0 अष्विनी कुमार सिंह, डा0 सुरेन्द्र कुमार, कृषि विज्ञान केन्द्र, अमेठी के प्रभारी डा0 आर0 के0 आनन्द, उप कृषि निदेषक, बाराबंकी श्री अनिल कुमार सागर, जिला कृषि अधिकारी, बाराबंकी श्री संजीव कुमार, प्रगतिषील कृषक श्री मंषाराम, श्री नवनीत वर्मा, श्री बृजेष त्रिपाठी आदि सहित लगभग 200 कृशकों द्वारा प्रतिभाग किया गया। कृषक प्रषिक्षण में महामारी एक्ट के प्राविधानों के अन्तर्गत सोषल डिस्टैन्सिंग का पालन कराते हुये प्रषिक्षण का आयोजन किया गया।
उप कृषि निदेषक श्री अनिल कुमार सागर द्वारा जनपद में कृषि विभाग द्वारा संचालित योजनाओं एवं रबी अभियान के अन्तर्गत कृषि निवेषों की उपलब्धता की जानकारी कृषकों को उपलब्ध कराई गई। साथ ही मृदा स्वास्थ्य कार्ड की संस्तुतियों के आधार पर संतुलित उर्वरकों एवं कृषि के साथ-साथ अन्य विधाओं के प्रयोग से कृषकों को उनकी आय दोगुनी करने के बारे में भी अवगत कराया गया। कृषि वैज्ञानिक डा0 अष्विनी कुमार सिंह द्वारा रबी में फसलों में लगने वाले रोगों से बचाव, भूमि संशोधन एवं बीज शोधन की जानकारी दी गई। डा0 शैलेष कुमार सिंह द्वारा जैविक खाद के प्रयोग एवं बर्मी कम्पोस्ट की उपयोगिता के बारे में अवगत कराते हुये बताया गया कृषक भाई अधिक से अधिक कम्पोस्ट खाद का ही प्रयोग करें एवं रासायनिक उर्वरकों का प्रयोग अत्यन्त संतुलित मात्रा में ही किया जाये। जिला कृषि अधिकारी, बाराबंकी द्वारा कृषकों से अनुरोध किया गया कि अपने खेतों में पराली कदापि न जलायें, इससे पर्यावरण तो प्रदूषित होता ही है, साथ ही पराली जलाने वाले व्यक्तियों पर नियमानुसार अर्थदण्ड एवं एफ0आई0आर0 दर्ज कराने की कार्यवाही भी कराई जा सकती है।
कृषि वैज्ञानिक डा0 सुरेन्द्र कुमार द्वारा रबी फसलों में लगने वाले कीटों एवं उनके निदान, भूमि शोध/बीज शोधन, पषुपालन आदि के बारे में अवगत कराया गया। इस अवसर पर कृषि वैज्ञानिकों एवं अधिकारियों का आत्मा योजनान्तर्गत प्रदर्षन प्रक्षेत्रों पर संयुक्त प्रक्षेत्र भ्रमण भी कराया गया, जिसमें वैज्ञानिकों द्वारा कृषकों को खरीफ फसल कटाई एवं आगामी रबी फसल की बुवाई के सम्बन्ध में जानकारी दी गई। अन्त में उप कृषि निदेषक द्वारा प्रषिक्षण में उपस्थित अतिथियों/अधिकारियों/ कृषि वैज्ञानिकों एवं कृषकों को धन्यवाद ज्ञापित करते हुये प्रषिक्षण के प्रथम दिवस का समापन किया गया।

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