विकासखंड दरियाबाद की ग्राम पंचायत ऊटवा के किसानों की मशरूम की खेती से बनी एक अलग की पहचान
रमेश यादव कोटवा धाम बाराबंकी
बाराबंकी जिले के विकासखंड दरियाबाद की ग्राम पंचायत ऊटवा में किसानों ने अपनी एक पहचान बना ली है आपको बताते चलें कि इस समय किसानों की फसलों का नुकसान ही हो रहा था लेकिन आज से 2 साल पहले से इस ग्राम पंचायत में मशरूम की खेती करके किसान अपने बच्चों का और अपना सारा खर्च निकालने के बाद भी कुछ बचा लेते हैं यहां के संतोष कुमार वर्मा ने बताया कि तीन बंगला मशरूम लगाता हूं जिसकी लागत डेढ़ लाख रुपया आती है और जब फसल मशरूम की करने लगती है तो हम लोगों को खर्चा निकाल के डेढ़-डेढ़ लाख रुपैया बच जाता है और हम लोग इस 3 महीने की खेती से संतुष्ट हैं
विनोद कुमार वर्मा का भी यही कहना है कि 3 महीने की खेती में हम लोग अपने 1 साल का खर्चा निकाल लेते हैं जिसमें बच्चों की पढ़ाई कपड़ा खाना आदि सभी भौतिक वस्तुओं का काम चल जाता है
जिस हिसाब से हमारे गांव में मशरूम की खेती की जाती है किसान बहुत खुश हाल है