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बाराबंकी

वन विभाग की मिलीभगत से बिना टीपी के काटे गए अवैध प्रतिबंधित पेड़

परमिट जारी होने की बात कहकर पल्ला झाड़ लेता है विभाग

बाराबंकी। रामसनेहीघाट वन रेंज क्षेत्र में परमिट की आड़ में धड़ल्ले से हरे भरे वृक्षों की कटान जारी है। शिकायत पर अधिकारी व कर्मचारी सांठगांठ कर परमिट होने के बात कह कर पल्ला झाड़ रहे हैं। ऐसा ही एक मामला असंद्रा थाना क्षेत्र खेवराजपुर गांव का सामने आया है। जहां पर एक वन माफिया के द्वारा हरा भरा महुआ का पेड़ काटकर गिरा दिया गया। जिसकी सूचना ग्रामीणों ने चित्र पत्रकारों को दी। इसकी शिकायत पर विभागीय अधिकारी एक ही स्वर में परमिट जारी होने कहकर पल्ला झाड़ लिया। जबकि काटे गए बोटो की टीपी ना होने पर भी विभागीय अधिकारी कार्रवाई से कतराते रहे। वन माफिया काटे गए बोटो को लादकर ठेकी पर पहुंचा दिया।
रामसनेहीघाट वन रेंज के अंतर्गत असंद्रा थाना क्षेत्र के खेवराजपुर गांव में वन माफिया ने हरा भरा महुवा का एक पेड़ काटकर गिरा दिया। जिसकी शिकायत ग्रामीणों ने क्षेत्रीय पत्रकारों से की। मौके पर पहुंचे आधा दर्जन पत्रकारों ने इसकी शिकायत विभागीय अधिकारियों से किया तो उन्होंने 3 पेड़ों की परमिट जारी होने की बात कही। जबकि वन माफिया द्वारा दिखाए गए दस्तावेजों में दो वृक्षों आम व शीशम की परमिट के थी। महुवा मकी परमिट नदारद थी। लेकिन  रामसनेहीघाट रेंजर मोहित श्रीवास्तव व वन दरोगा ओपी यादव की सांठगांठ से दोनों एक ही स्वर में तीन वृक्षों की परमिट होने की बात कहते रहे।  इस संबंध में वन दरोगा ओपी यादव ने बताया कि खेवराजपुर में काटे गए वृक्षों की परमिट जारी है। यही बात रामसनेहीघाट रेंजर मोहित श्रीवास्तव ने भी दोहराया। जबकि नियमतः  काटे गए वृक्षों की टीपी ना होने पर उठान नहीं की जा सकती थी। इसके बावजूद क्षेत्र कर्मचारी वन माफियाओं से मिलकर काटे गए बोटों को ठेके पर पहुंचा दिया। वन विभाग की ऐसी कार्रवाई से ग्रामीणों में आक्रोश व्याप्त है। उनका कहना है कि क्षेत्र में प्रतिदिन वृक्षों की कटान की जा रही है। लेकिन कर्मचारी पैसों के लालच में कार्रवाई से कतराते हैं।

ठेकेदार के द्वारा एक फर्जी पत्रकार भी रहा शामिल

सुबह से ही ठेकेदार के द्वारा महुआ का प्रतिबंधित पेड़ परमिट का हवाला देते हुए काटा जा रहा था ग्रामीणों ने इसकी सूचना क्षेत्रीय पत्रकारों की थी मौके पर पहुंचे क्षेत्रीय पत्रकारों ने ठेकेदार से पर मत मारना चाहा तो ठेकेदार के साथ में मौजूद एक व्यक्ति ने अपने आप को पत्रकार बताते हुए आप लोग कौन हैं कनेक्टर हैं य एस डी एम है हैं या सीओ हैं या डी एफओ है आपको हम परमिट क्यों दिखाएं यह हवाला देते हुए निकल गए और फर्जी पत्रकार बता कर यह वन माफिया आए दिन हरे भरे प्रतिबंधित पेड़ काटते रहते हैं। या व्यक्ति जो मोटर साइकिल पर बैठा है यह फर्जी पत्रकार है और पत्रकार का नाम बदनाम करने में लगा है और पत्रकार बता कर ऐसे घिनौने कृत्य करता रहता है।

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