राष्ट्रीय स्वयं सेवक संघ के संस्थापक अमर शहीद डॉ0 श्यामा प्रसाद मुखर्जी का बलिदान दिवस राजा कासिम के नेतृत्व में तमाम मुसलमानों ने उनके चित्र पर फूल व तिलक लगाकर दी श्रद्धांजलि
स्टेट हेड शमीम की रिपोर्ट
बाराबंकी।आज राष्ट्रीय स्वयं सेवक संघ के संस्थापक अमर शहीद डॉ0 श्यामा प्रसाद मुखर्जी का बलिदान दिवस राजा कासिम के नेतृत्व में तमाम मुसलमानों ने उनके चित्र पर फूल व तिलक लगाकर श्रद्धांजलि दी। श्री कासिम ने उनके जीवन पर प्रकाश डालते हुए बताया कि डॉ0 श्यामा प्रसाद मुखर्जी देश की पहली नेहरू की सरकार में उद्योग मंत्री थे। जब पूरे देश को लौह पुरूष सरदार बल्लभ भाई पटेल अखण्ड भारत स्वरूप की रचना कर रहे थे तब नेहरू तुष्टीकरण नीति को जन्म दें रहे थे यह कारण था कि राज हरी सिंह द्वारा भारत में विलय का प्रस्ताव नेहरू ने अस्वीकार रह दिया इससे नाराज होकर डॉ0 श्यामा प्रसाद मुखर्जी ने मंत्री मंडल से इस्तीफा देकर दो विधान दो प्रधान दो निशान का विरोध करते हुए कश्मीर पहुँच गए वहाँ पाकिस्तान व नेहरू के षडयंत्र से उनको कश्मीर की जेल में डाल दिया गया और जहर दे के उनकी हत्या करवा दी गयी। श्री कासिम ने कहा कि डॉ0 श्यामा प्रसाद मुखर्जी का बलिदान भारत माता के लाल मोदी जी व अमितशाह ने कश्मीर से 370 व 35ए हटाकर सार्थक कर दिया। वास्तविकता में श्री मुर्ख्जी की आत्मा मोदी और अमितशाह जी को अशीर्वाद दे रही होगी। श्रृद्धांजलि देने वालों में फराज हुसैन (विक्की), जुबेर अहमद खाँ, ताहिरा किदवई, मकाशिद रजा, शमीम राईन, ताजुहद्दीन, नियामत रसूल के साथ सैकड़ों कार्यकर्ता डिस्टेन्सिंग को मेनटेन करते हुए उपस्थित रहे।