राज्य विधिक सेवा प्राधिकरण लखनऊ के निर्देश पर श्री राधेश्याम यादव जनपद न्यायाधीश/अध्यक्ष जिला विधिक सेवा प्राधिकरण की अध्यक्षता में
मंडल ब्यूरो समित अवस्थी अयोध्या
राज्य विधिक सेवा प्राधिकरण लखनऊ के निर्देश पर श्री राधेश्याम यादव जनपद न्यायाधीश/अध्यक्ष जिला विधिक सेवा प्राधिकरण की अध्यक्षता में दिनांक-11.09.2021 को राष्ट्रीय लोक अदालत जनपद बाराबंकी में किया गया। राष्ट्रीय लोक अदालत का शुभारम्भ माननीय जनपद न्यायाधीश श्री राधेश्याम यादव एवं माननीय प्रधान न्यायाधीश पारिवारिक न्यायायलय श्री दुर्ग नरायन सिंह के द्वारा मां सरस्वती की प्रतिमा पर माल्यार्पण कर किया गया। इस अवसर पर जिलाधिकारी बाराबंकी, पुलिस अधीक्षक बाराबंकी, बार एसोशिएशन के अध्यक्ष व महामंत्री, आंचलिक प्रबन्धक बैंक आफ इण्डिया, अग्रणी बैंक प्रबन्धक सचिन कुमार, क्षेत्रीय प्रबंधक आर्यावर्त श्री अनिल कुमार श्रीवास्तव, ए0डी0जे0 प्रथम नित्यानंद श्रीनेत, सचिव जिला विधिक सेवा प्राधिकरण संजय कुमार समेत सभी न्यायिक अधिकारीगण, बैंकों के प्रतिनिधियों के अतिरिक्त अन्य तमाम लोग मौजूद रहे। मंचासीन सभी गणमान्य व्यक्तियों द्वारा माल्यार्पण कर दीप प्रज्जवलित करने के उपरांत अपने अपने विचार व्यक्त किये गये।
नोडल अधिकारी श्री अशोक कुमार यादव अपर जिला एवं सत्र न्यायाधीश द्वितीय द्वारा बताया कि राजस्व, बैंकों, विभिन्न विभागों एवं सिविल कोर्ट बाराबंकी के समस्त न्यायालयों द्वारा समग्र रूप से कुल-45,029 मामलों का निस्तारण कर कुल रू-9,89,41,937.00/-अर्थदण्ड एवं प्रतिकर के रूप में जमा कराया गया।
उक्त निस्तारित मामलों में सिविल कोर्ट बाराबंकी के विभिन्न न्यायालयों द्वारा कुल-5339 वादों का निस्तारण करते हुए कुल-1,57,65,479.00/- धनराशि अर्थदण्ड एवं प्रतिकर के रूप वसूल किया गया।
प्री-लेटिगेशन स्तर पर राजस्व विभाग, बैंकों, विभिन्न विभागों के कुल-39,690 मामलों का निस्तारण करते हुए कुल-8,31,76,458.00/- धनराशि वसूल किया गया।
जनपद न्यायाधीश श्री राधेश्याम यादव द्वारा कुल 08 वादों का निस्तारण किया गया। प्रधान न्यायाधीश पारिवारिक न्यायालय श्री दुर्ग नरायन सिंह द्वारा 31 मामलों का निस्तारण किया गया। अन्य अपर जिला एवं सत्र न्यायालयों द्वारा 65 मुकदमों का निस्तारण किया गया। अपर प्रधान न्यायाधीश पारिवारिक न्यायालय प्रथम द्वारा 20 एवं द्वितीय द्वारा 18 मामलों का निस्तारण किया गया । स्थाई लोक अदालत द्वारा 01 वाद का निस्तारण किया गया है।
न्यायिक दण्डाधिकारियों द्वारा कुल-5083 मामलों को निस्तारित करते हुए धनराशि रू0-8,01,600.00 अर्थदण्ड के रूप में वसूल किया गया।
दीवानी न्यायालयों द्वारा 113 वादों का निस्तारण किया गया जिनमें 62 उत्तराधिकार वादों को निस्तारित करते हुए रू0-1,19,88,879.00 के उत्तराधिकार प्रमाण पत्र जारी किया गया।
पूर्ण कालिक सचिव संजय कुमार षष्ठम द्वारा बताया गया कि जिले के विभिन्न राजस्व न्यायालयों से कुल-32742 वादों का निस्तारण किया गया। जिले की विभिन्न बैंकों द्वारा कुल 1222 एन0पी0ए0 खातों का निस्तारण करते हुए रू0-7,95,76,881.00 रू0 वसूल किये गये। आर्यावर्त बैंक द्वारा सर्वाधिक 923 मामलों का निस्तारण किया गया। बैंक आफ इण्डिया द्वारा 83 मामले निस्तारित किया गया। विघुत विभाग द्वारा कुल 3855 मामलों का निस्तारण, नगर पालिका द्वारा 17 मामलों का, स्टाम्प आयुक्त कार्यालय द्वारा-15 मामले, दूर संचार विभाग द्वारा-78 मामलों का, जिला उघान विभाग द्वारा-02, पशुपालन विभाग द्वारा 1376 मामलों, जिला प्रोबेशन अधिकारी द्वारा 03, भूमि आज्ञप्ति अधिकारी द्वारा 03 मामले का, जिला पूर्ति विभाग द्वारा 2409 मामले, उपभोक्ता फोरम द्वारा 08 मामलों, जिला समाज कल्याण विभाग द्वारा 1207 का निस्तारण किया गया।
जनपद न्यायाधीश श्री राधेश्याम यादव ने सभी लोगों को लोक अदालत में अपनी अपनी सहभागिता हेतु धन्यवाद ज्ञापित करते हुए लोक अदालत की सफलता हेतु बधाई दी