भ्रष्टाचार की भेट चढ़ कर , शोपीस बनी पानी की टंकी
सिरौलीगौसपुर बाराबंकी रमेश यादव
ग्रामीणों की हलक तर करने तथा घरेलू कामकाज हेतु स्वच्छ जल धारा स्वच्छता पेयजल योजना के तहत कस्बा बदोसराय में करीब 90 लाख रुपए की लागत से बनाई गई पानी की टंकी भ्रष्टाचार की भेंट चढ़कर के शोपीस साबित हो रही है जिससे ग्रामीणों को एक बूंद पानी भी मयस्सर नहीं हो सकता है ।
बताते चलें कि करीब छह हजार की आबादी वाली ग्राम पंचायत कस्बा बदोसराय में पानी की समस्या को देखते हुए स्वच्छ पेयजल आपूर्ति के उद्देश्य करीब एक दशक पूर्व जल निगम विभाग ने करीब 90 लाख रुपए की लागत से पानी की टंकी का निर्माण करके ग्राम पंचायत को हैंडोवर कर दिया था जन चर्चा के मुताबिक विभाग द्वारा बनाई गई पानी की टंकी में जल सप्लाई के लिए घटिया किस्म के पाइपों के छोड़े जाने के चलते टंकी ट्रायल के प्रथम चरण में ही पाइपे जगह-जगह पर फटने लगी और लीकेज की समस्या पैदा हो गई वही जल सप्लाई के लिए लगाई गई टोटिया टूट के गायब हो गई विभाग की कमाऊ खाऊ नीति के चलते ग्रामीणों को टंकी से एक बूंद भी पानी नसीब नहीं हो सकता बल्कि सरकार का लाखों रुपए की लागत से बनाया गया यह उपक्रम भ्रष्टाचार की भेंट चढ़ गया ।
जब उक्त टंकी का निर्माण हो रहा था तो ग्रामीणों में खुशी की लहर दौड़ गई थी कि शहरों की तरह ग्रामीणों को भी पानी की टंकी से घरेलू कामकाज तथा पीने के लिए स्वच्छ पेयजल मिलेगा परन्तु विभाग के उपेक्षा पूर्ण रवैए के चलते ग्रामीणों की सोच पर पानी फिरा हुआ है जो वर्तमान समय में साबित हो रही है ।
इस संबंध में शादाब अंसारी बताते हैं कि टंकी निर्माण में घटिया किस्म के पाइपों के छोड़े जाने के चलते जगह-जगह से पाइपे फटने लगी और लीकेज की समस्या पैदा हो गई ग्रामीणों को एक बूंद पानी भी नसीब नहीं हो सका वही मोहम्मद आरिफ बताते हैं कि गांव में बनी पानी की टंकी से ग्रामीणों को कोई लाभ नहीं मिल पा रहा है जो वर्तमान समय में शोपीस बनी हुई है इसके संबंध में ग्रामीणों ने कई बार जिले के आला अधिकारियों से शिकायत भी किया परंतु नतीजा शून्य रहा ।