बनीकोडर क्षेत्र के ग्राम बड़ी छन्दवल, छोटी छन्दवल, ककरहा आदि कई गांव राष्ट्रभक्ति नारों से उस समय गुंजायमान हो गये
बाराबंकी। बनीकोडर क्षेत्र के ग्राम बड़ी छन्दवल, छोटी छन्दवल, ककरहा आदि कई गांव राष्ट्रभक्ति नारों से उस समय गुंजायमान हो गये जब हर-घर तिरंगा, हर-हर तिरंगा, बन्देमातरम् बन्देमातरम्, इसकी शान न जाने पाए, चाहे जान भले ही जाए… जैसे नारे लगाते हुए, ग्रामीण क्षेत्र में गरीब अनुसूचित जाति के छात्र-छात्राओं के लिए निःशुल्क संचालित चाइल्ड फ्रेण्डली स्कूल के छात्र-छात्राओं ने हाथ में तिरंगा लेकर पदयात्रा एवं रैली निकाली। छात्रों की कतारबद्ध रैली गांव की जिस गली से गुजरी घरों की महिलाएं बच्चे दरवाजों पर आकर भावुक होकर सभी बच्चों के साथ नारे लगाने लगी। आजादी के अमृत महोत्सव के अवसर पर स्कूल के प्रबंधक व बेसिक उत्थान एवं ग्रामीण सेवा संस्थान के अध्यक्ष रत्नेश कुमार ने तिरंगा फहराकर पदयात्रा एवं तिरंगा रैली का शुभारम्भ किया। ग्रामीण क्षेत्र में निकली यह तिरंगा रैली बनीकोडर ब्लाक के तीन गांवों की हर गलियों से होकर गुजरी और गांव में तिरंगा महोत्सव का माहौल बना गई। इस अवसर पर रत्नेश कुमार ने कहा कि आजादी के अमृत महोत्सव के अवसर पर सरकार ने हर घर तिरंगा फहराने का सराहनीय प्रयास कर रही है इस प्रयास में सभी को अपना योगदान देना चाहिए। प्रबंधक ने कहा कि महान स्वतंत्रता संग्राम सेनानी आन्ध्र प्रदेश के निवासी पिंगली बेंकैया
ने इस तिरंगे ध्वज को डिजाइन किया और 22 जुलाई सन् 1947 को संविधान सभा की बैठक में इसकी डिजाइन पास हुई और तिरंगे को राष्ट्रीय ध्वज की मान्यता मिली है। आजादी के अमृत महोत्सव के अवसर पर हर घर तिरंगा फहराकर तिरंगा महोत्सव भी मनाया जा रहा है। अस अवसर पर स्कूल के प्रधानाचार्य विनोद कुमार, शिक्षिका वन्दना वर्मा, शारदा रावत, पूनम देवी, उमेश कुमार, सरिता यादव, अनीता रावत, सरोज, सरस्वती, जियालाल सहित स्कूल के सभी शिक्षक व कर्मचारियों एवं डेढ़ सैकड़ा छात्र-छात्राओं ने पदयात्रा एवं रैली में भाग लिया। रैली समापन अवसर पर छात्रों की क्विज कराई गई और राष्ट्रभक्ति के गीत, चार्ट प्रतियोगिता, भाषण प्रतियोगिता की तैयारी कराई गई जो 15 अगस्त को प्रस्तुतीकरण कराया जायेगा और छात्र-छात्राओं को पुरस्कृत किया जायेगा।