बाराबंकी
कहते हैं कि बच्चे राष्ट्र का उज्जवल भविष्य और देश की धरोहर है बच्चों के विकास के साथ ही देश तेजी से विकास के पथ पर आगे बढ़ सकता है औरयद नाबालिक बच्चे खरीद रहे हैं सर आप तो देश का भविष्य किधर और इसका जिम्मेदार आखिर किसे माना जाए कहीं ना कहीं क्या मां-बाप जिम्मेदार हैं या प्रशासन सवाल बड़ा ननिहाल ओ को आसानी से सरकारी ठेके से शराब मिल जाती है सूत्रों द्वारा पता चला कि सरकारी ठेकों पर दो तीन लाइन जरूर वर्दीधारी को शराब नहीं बेचे जाएगी तथा 21 वर्ष से कम आयु के व्यक्ति को शराब बिक्री नहीं की जाएगी अलबत्ता यह सिर्फ एक दिखावा है हैरत इस दृश्य की आपने ही जिले के तहसील सिरौलीगौसपुर के एक स्थानीय करोरा सरकारी ठेका से है आए जहां एक 13 वर्षीय मासूम को ठेके के सेल्समैन द्वारा शराब बेची गई और उसका वीडियो फोटो कैमरे में कैद हो गया अब इसका जवाब यह है मासूम दे सकता है उसका प्रयोग वह खुद करेगा या फिर किसी ने उसे शराब मंगाई है यदि मंगाई गई है तो शराब मंगाने वाले के साथ-साथ शराब बेचने वाले का भी बहुत ही बड़ा दोष है जिसका भनक नहीं लग रहा अधिकारी सिर्फ ठेका चेकिंग के नाम पर खानापूर्ति ही करते हैं और नियमों को कड़ाई से लागू नहीं करते हैं जिसके चलते आज मासूमों को शराब परोसी जा रही है इसका खामियाजा आने वाली पीढ़ी को भुगतना पड़ रहा है यह ठेकों की लापरवाही है जबकि छोटे बच्चे को शराब बिक्री नहीं करनी चाहिए इस संबंध में संवाददाता जब आबकारी विभाग से संपर्क साधा तो उनका नंबर स्विच ऑफ बता रहा