दहेज लोभियों पर दर्ज हुआ मुकदमा, मचा हड़कम्प!
रिपोर्ट :- शिवा वर्मा (संपादक)
बाराबंकी। दहेज को लेकर दिन प्रतिदिन बढ़ रही घटनाओं पर अगर जल्द ही कोई ठोस कदम नहीं उठाया गया तो दहेज लोभी अपनी हरकतों से बाज नहीं आयेगें। और सीधी- सादी की लड़कियां दहेज लोभीयो के बनाए जा रहे फस कर प्रताड़ित होते
रहेंगे। ऐसा ही एक मामला जनपद बाराबंकी की निवासिनी के साथ हुआ। थाना फाकरपुर जनपद बहराइच निवासी ससुरालीजन पर बाराबंकी कोतवाली नगर में
धारा 498ए, 323, 504, 506, आईपीसी व 3/4 दहेज प्रतिषेध अधिनियम का दर्ज किया गया।
प्राप्त जानकारी के अनुसार पीड़िता जनपद बाराबंकी थाना कोतवाली नगर,जिला बाराबंकी की निवासी है। पीड़िता का निकाह दिनांक 25.06.2020 को मुस्लिम शरियत के अनुसार विपक्षी सिराज अहमद पुत्र मुईनुद्दीन निवासी थाना फखरपुर के पास, थाना फखरपुर कैसरगंज, जिला-बहराइच के साथ हुआ था।
पीड़िता ससुराल में रहकर पत्नी धर्म का पालन करते हुए हक जौजियत अदा करने लगी। पीड़िता के घर वालों ने अपनी हैसियत से अधिक दान व उपहार दिया था।
शादी के 6 माह तक सब ठीक रहा लेकिन पति सिराज पुत्र मुईनदुदीन, ससुर मुईनुद्दीन पुत्र अज्ञात, सास सहरून निशा पत्नी मुईनुद्दीन व जमाल अहमद व जमाल अहमद की पत्नी, असलम, मेराज उर्फ राजू, सलमान पुत्रगण मुईनुद्दीन व हसीब व हसीब की पत्नी (पति के बड़े अब्बा व अम्मा) निवासीजन फखरपुर,
कैसरगंज, बहराइच कम दहेज के ताने देकर अपमानित करते तथा दहेज में चार पहिया गाड़ी व 5 सोने की चैन की मांग को लेकर मानसिक, शारीरिक यातनांए पीड़िता को देने लगे और कहते कि सिराज को इतना कम दहेज मिला है जिससे हम लोगों की रिश्तेदारी में काफी बेइज्जती हुई है। अब अपने मायके वालों से कहो कि उक्त दहेज दे। पीड़िता सब कुछ बर्दाश्त करती रही और मायके में
जानकारी दी। तब मायके वालों ने समझाया कि धीरे-धीरे सब ठीक हो जायेगा किन्तु उसके बाद भी विपक्षीजन के व्यवहार में कोई परिवर्तन नहीं आया।
पीड़िता व विपक्षी के नुत्फे से एक लड़का पैदा हुआ जो वर्तमान एक वर्ष का है। बच्चे के पैदा होने के बाद विपक्षीजन का आतंक और यातनाएं और बढ़ गई।
पीड़िता का पति क्षेत्र का खनन माफिया है और कई अनैतिक कारोबार भी करता है। सिराज प्रतिदिन गैर औरतों को लेकर घर आता और उनके साथ हमबिस्तरी
करता, जिसका ससुराल वाले कोई विरोध नहीं करते। पीड़िता बच्चे को लेकर घर के आंगन में मजबूर होकर सो जाती थी। पीड़िता ने अभी बताया कि हसीब ससुराल आता और ससुराली जनों को उकसाता और बेइज्जत करने की धमकी देता जिसकी शिकायत पति से करने पर वह कुछ नहीं बोलते थे। दिनांक 08.08.2022 को समय प्रातः 11.00 बजे उपरोक्त विपक्षीजन एकराय होकर कहने लगे कि बहुत दिन हो गये हैं अब हमारी मांगे पूरी कराओ। इस पर पीड़िता ने कहा कि मेरे घर वाले गरीब है, आपकी नाजायज मांगे पूरी नहीं कर पायेंगे, इतने में सभी लोग मां बहन की गंदी-गंदी गालियां देते हुए लात घूंसों व थप्पड़ों से मारने लगे और पीड़िता को भूखा प्यासा रखकर हिंसा कारित करते हुए काफी मारापीटा।पीड़िता ने मायके में सूचना दी तब पीड़िता के घर वाले भाई जैनुल आबदीन व बहनोई आये, उनको भी उक्त लोगों ने अपमानित किया और आमादा फसाद हो गये। जान बचाने के लिए आपातकालीन पुलिस को सूचना दिया जिस पर मौके पर पुलिस आई तब पीड़िता व उसके मायके वालों की जान बच सकी। विपक्षीजन कहने लगे कि बेबी मरियम को ले जाओ और जब दहेज का इंतिजाम हो जायेगा तब लेकर आना, बिना दहेज के वापस आने पर जान से मारकर खत्म कर देने की धमकी दिया। मायके वालों के समझाने बुझाने पर विपक्षीजन और उग्र हो गये तभी पीड़िता का पति सिराज आया और कहने लगा कि अगर कहीं शिकायत किया तो तुमको तीन तलाक दे देंगे, मैं तीन तलाक के कानून को नहीं मानता हूँ। ससुरालीजन काफी लालची व्यक्ति हैं।
उक्त लोगों ने पीड़िता के समस्त जेवरात व कपड़े छीनकर रख लिया और कुछ सादे कागजों पर जबरदस्ती हस्ताक्षर करवाकर मात्र पहने हुए कपड़ों में बेइज्जत करके बच्चे सहित भगा दिया। पीड़िता डर के मारे सीधे बाराबंकी चली आई और जिला अस्पताल बाराबंकी में दिनांक 11.08.2022 को अपनी आई चोटों का मेडिकल कराया। और पुलिस अधीक्षक से प्रार्थना पद देकर कार्रवाई की मांग की। उक्त प्रकरण में दिनांक 11.08.2022 को महिला थाना पर सुलह समझौता कराकर पीड़िता को ससुराल भेज दिया था किन्तु वहा पर लेकर फिर उपरोक्त कृत्य विपक्षीजन फिर करने लगे।
दिनांक को 01.12.2022 को विपक्षी पति पीड़िता को लेकर महिला थाना आया और वापसी में विपक्षी पीड़िता को मायके में छोड़ दिया और पीड़िता के समस्त जेवरात व लाकर की चाभी चुराकर पेट्रोल डलवाने के बहाने भाग गया,जब पीड़िता ने फोन किया तो कहने लगा कि हमने महिला थाना में तैनात मुन्नी
सिंह को रूपया देकर हमवार कर लिया है, अब तुमको अपने साथ नहीं रखेंगे और तीन तलाक देकर ही मानेंगे।