तीन दोस्तों ने रुपयों के लिये चौथे दोस्त की हत्या
कन्नौज की नगर पालिका में तैनात सफाई कर्मी का शव 20 अगस्त को खुसटिया गांव में मिला था। उसकी हत्या कर शव की पहचान छिपाने के लिये जलाने की कोशिश की गई थी। तीन दिन बाद परिजनों ने शव की शिनाख्त की थी। उसके छोटे भाई ने अपने जीजा पर हत्या का आरोप लगाते हुये नामजद मुकदमा दर्ज कराया था। पुलिस ने मामले की गहनता से जांच की तो पता चला कि हत्या से एक दिन पहले शाम को मृतक अपने जिगरी दोस्तों मनीष, अनुज व सूरज के साथ देखा गया था। पुलिस ने तीनों से अलग अलग पूछताछ की तो सबने कहानी भी अपने तरीके से बतायी। पुलिस का शक गहराया तो सख्ती से पूछताछ की गई। पुलिसिया पूछताछ में तीनों ने अपना जुर्म कबूल करते हुये रुपयों के लिये हत्या किए जाने की वजह भी बतायी। पुलिस के मुताबिक मुख्य आरोपी मनीष अय्याश किस्म का युवक है। अपनी अय्याशी के शौक पूरे करने के लिये उसकी नजर मृतक धर्मेंद्र के बैंक बैलेंस पर थी। उज़के रुपये हड़पने की नीयत से ही पूरी योजना बनाकर हत्या की गयी। शव की पहचान छिपाने की वजह उसके एटीएम से बिना रोकटोक रुपये निकालने की बताई जा रही है।