चाइल्ड लाइन 1098 की सक्रियता और पुलिस अधीक्षक के सहयोग से बालक की हुई घर वापिसी
लॉक डाउन में कई दिनों से घूम रहा था जनपद रायबरेली का लावारिश बालक ’माता से मिलकर बालक हुआ खुश, मानसिक संतुलन भी हुआ ठीक’
बाराबंकी। नगर कोतवाली क्षेत्र में गन्ना संस्थान परिसर में बने एक मंदिर
पर बीते कई दिनों से लावारिश दशा में रह रहे 14 वर्षीय बालक को चाइल्ड
लाइन बाराबंकी की टीम ने हस्तक्षेप करके पुलिस की सहायता से बालक के गृह
जनपद रायबरेली में परिवार से मिलाया है। चाइल्ड लाइन 1098 के जिला
समन्वयक श्री जियालाल ने बताया कि गन्ना संस्थान के रिटायर्ड कर्मचारी
परिसर में ही रहते हैं, वही पर स्थित एक मंदिर पर 14 वर्ष का बालक पंकज
काल्पनिक नाम निवासी कुढ़ा बघेल थाना नसीराबाद रायबरेली रात्रि में आकर
सोता था और उसे स्थानीय व्यक्ति राजेश अवस्थी खाना खिलाते देते थे। बालक
मानसिक मंदित और नशे का लती हो गया था, दिन भर शहर में घूमता रहता था,
शाम को मंदिर पर आ जाता था। बालक के लावारिश होने की सूचना राजेश अवस्थी
ने चाइल्ड लाइन 1098 पर दी, सूचना पर पहुंची टीम ने बालक से पूछतांछ किया
तो माता पिता के मोबाइल नम्बर मिले जिससे बात की गई, पिता मेरठ में एक
होटल पर काम करते हैं, जो लॉक डाउन में वहीं फंस गए बच्चे को लेने नही आ
पाए, माता गांव में रायबरेली में बीमार है जो वह भी बच्चे को लेने आने
में असमर्थ बताया। बालक ट्रेन में अवैध वेंडरिंग का भी कार्य करता था
जिससे उसके ट्रैवेल हिस्ट्री भी ठीक नही थी। कोविड-19 के प्रभाव के चलते
चाइल्ड लाइन ने लावारिश बालक के सम्बंध में बाराबंकी जिलाधिकारी एवं
पुलिस अधीक्षक को अवगत कराया और बालक का मेडिकल परीक्षण और परिवार में
समायोजित कराने का अनुरोध किया। पुलिस अधीक्षक डॉ अरविंद चतुर्वेदी ने
चाइल्ड लाइन को तुरंत सहयोग किया और प्रतिसार निरीक्षक पुलिस लाइन को
निर्देश दिया कि बालक का मेडिकल परीक्षण करवाकर माता के संरक्षण में
रायबरेली भेजा जाय। बाल कल्याण समिति ने बालक का मेडिकल कराने और माता के
संरक्षण में गृह जनपद में परिवार में समायोजित कराने का आदेश दिया। पुलिस
टीम के साथ चाइल्ड लाइन टीम ने बालक का मेडिकल कराकर, गृह जनपद रायबरेली
के गांव कुढ़ा बघेल में स्थानीय थाने की पुलिस के समक्ष माता को बालक
सौंपा गया। बालक की घर वापिसी में राज्य स्तरीय अधिकारियों का भी
निर्देशन व सहयोग लिया गया। बाल कल्याण समिति के सदस्य श्री रत्नेश
कुमार, चाइल्ड लाइन के जिला समन्वयक श्री जियालाल, सदस्य अमित कुमार,
प्रदीप कुमार, मनीष सिंह ने विशेष रुचि लेकर बालक को परिवार में समायोजित
कराया।