गांधी जयन्ती की 152वीं वर्षगांठ पर गांधी भवन में 43वां अखिल भारतीय कवि सम्मेलन एवं मुशायरा का किया गया आयोजन
स्टेट हेड शमीम की रिपोर्ट
बाराबंकी। गांधी जयन्ती की 152वीं वर्षगांठ पर गांधी भवन में 43वां अखिल भारतीय कवि सम्मेलन एवं मुशायरा का आयोजन किया गया। जिसकी अध्यक्षता जिला बार एसोसिएषन के पूर्व अध्यक्ष बृजेष दीक्षित ने की। मुषायरे की निजामत प्रख्यात शायर डॉ. शकील मोईन ने की।
कवि सम्मेलन एवं मुषायरा में अपने अंदाज़ में कलाम पेष करते हुए गीतकार कुंवर जावेद ने फरमाया कि ‘तितलियाँ छूने से या फूलों की बारिश करके। मदभरे प्यार की आंधी तो नहीं बन सकता।। हर कोई देश में बस चरखा चला लेने से। नेता बन सकता है गांधी तो नहीं बन सकता है।।’ उन्होंने फिर आगे अपना कलाम पढ़ा ‘कोई हिन्दुत्व के इस्लाम न पूछा जाये, मरने के बाद का अंजाम न पूछा जाये।। मेरी आंखों में पढ़ी जाये वतन की खुशबू, कौन हूँ मुझसे मेरा नाम न पूछा जाये।।’
मुषायरा की निजामत करते हुए चम्पारण से आए प्रख्यात शायर डा. शकील मोईन ने अपना कलाम कुछ यूं कहा कि ‘एक तरफ़ ज़माना है, एक तरफ़ ज़रूरत है। इसके बाद भी दुनिया, कितनी ख़ूबसूरत है। उम्र बीत जायेगी मुझको आज़माने में, हम ही एक अनूठे हैं अब तलक ज़माने में।’
डा. अंजुम बाराबंकवी ने कलाम पेष करते हुए पढ़ा कि ‘शायद नए सफर की कहानी लिखेंगे लोग, पानी को खून खून को पानी लिखेंगे लोग। है आसमान हर्फ को फिर एतिबार दे, वर्ना हकीकतों को कहानी लिखेंगे लोग। कागज पे अब लहू की लकीरें भी आ गई, कब तक हमारे खून को पानी लिखेंगे लोग।’
लखनऊ से आए मोहम्मद अली ‘साहिल’ ने कलाम पेष करते हुए पढ़ा ‘हम क़लंदर हैं हमें आता है फ़ाक़ा करना, हम ने सीखा ही नहीं कोई तमाशा करना। राज़-दाँ बन के रहो कुछ तो सलीक़े सीखो, राज़ पर इतना भी मुश्किल नहीं पर्दा करना।’
शायर फै़ज खुमार ने शेर पढ़ते हुए कहा कि ‘दिल का क़रार ज़ह्न की उल्झन रहा हूँ मैं, बन कर किसी के सीने में धड़कन रहा हूँ मैं। अब तार तार हूं ये अलग बात है मगर, थामा था जिसको तूने वो दामन रहा हूं मैं।’
डॉक्टर रेहान अलवी, बाराबंकवी ने पढ़ा ‘अगर जो क़त्ल सरहद पर करेगा देश दुश्मन भी। लहू मेरा तड़प कर फिर भी हिन्दुस्तान बोलेगा।’
इस मौके पर प्रमुख रूप से संयोजक राजनाथ शर्मा, मो0 उमेर अहमद किदवई, हसमत उल्ला, कौषल किषोर त्रिपाठी, परवेज अहमद, तौकीर कर्रार, मृत्युंजय शर्मा, विनय कुमार सिंह, चौधरी लामान, कृष्ण कुमार द्विवेदी, जैदपुर नगर पंचायत के पूर्व चेयरमैन रियाज अहमद, फरहत उल्ला किदवई, पाटेष्वरी प्रसाद, हुमायूं नईम खान, धनंजय शर्मा सहित कई लोग मौजूद रहे।