केडी सिंह बाबू स्टेडियम का नाम भी कुंवर दिग्विजय सिंह के नाम पर ही पड़ा।
रिपोर्ट :-शिवा वर्मा
बाराबंकी। हॉकी के महान खिलाड़ी रहे कुंवर दिग्विजय सिंह को लोग प्यार से ‘बाबू‘ कहकर बुलाते थे। लखनऊ और बाराबंकी के केडी सिंह बाबू स्टेडियम का नाम भी कुंवर दिग्विजय सिंह के नाम पर ही पड़ा। बुधवार को देवा रोड स्थित गांधी भवन में गांधी स्पोर्टस क्लब द्वारा केडी सिंह बाबू के शताब्दी वर्ष पर विभिन्न कार्यक्रमों का आयोजन करने के संबंध में एक बैठक का आयोजन किया गया। जिसमें केडी सिंह बाबू के छोटे बेटे कुंवर विश्व विजय सिंह मुख्य अतिथि के रूप में मौजूद रहें। तथा कार्यक्रम की रूपरेखा तैयार की गई। जिसमें यह तय हुआ कि उनके जन्मदिन 2 फरवरी और 27 मार्च जब उनकी अस्मायिक मृत्यु हुई इन दो दिन उनके पूरी शताब्दी वर्ष में इन दो दिन उनके जीवन पर आधारित महत्वपूर्ण कार्यक्रमों का आयोजन किया जाएगा। इस पर अपनी सहमति जताते हुए श्री वी.वी. सिंह ने आश्वासन दिया कि वे इन समस्त कार्यक्रमों में सभी प्रकार से उपस्थित रहेंगे। और उनकी स्मृतियों को जीवित रखने के लिए हर संभव प्रयास करेंगे।इस मौके पर बोलते हुए गांधी स्पोर्ट्स क्लब के संस्थापक राजनाथ शर्मा ने बताया कि बाराबंकी में जन्मे केडी सिंह ने 14 वर्ष की उम्र से ही हॉकी में कौशल दिखाना शुरू कर दिया था। एक साल में 99 गोल करने के बाद उन्हें भारतीय हॉकी टीम का कप्तान बनाया गया था।
केडी सिंह ने 16 वर्षों तक हॉकी में उत्तर प्रदेश का प्रतिनिधित्व किया। इतना ही नहीं वह भारतीय टीम के कप्तान भी बने। 1948 में लंदन ओलिम्पिक में भारतीय हॉकी टीम के उपकप्तान थे। इस टूर्नामेंट में भारतीय टीम ने गोल्ड मेडल जीता था। 1949 वह भारतीय टीम के कप्तान बने। इस वर्ष बाबू ने रिकॉर्ड गोल किये। इसी क्रम में बोलते हुए केडी सिंह बाबू के छोटे पुत्र कुंवर विश्व विजय सिंह ने कहा कि 1949 में कुल 236 गोल हुए, जिनमें से अकेले पिताजी ने 99 गोल किये जो किसी भी टीम के खिलाड़ी के द्वारा किये अधिकतम गोल थे। 1952 के हेलसिंकी ओलिम्पिक में वह भारतीय टीम के कप्तान थे। और इस वर्ष भी भारतीय टीम ने पिता जी के नेतृत्व में गोल्ड मैडल जीतकर विश्व कीर्तिमान हासिल किया था। वहीं गांधी स्पोर्ट्स क्लब के अध्यक्ष हाजी सलाउद्दीन किदवई ने कहा कि केडी सिंह बाबू को किसी भी पहचान की ज़रूरत नही है। उन्होंने अपने खेल की बदौलत जनपद के नाम पूरे विश्व मे रौशन किया। आज जनपद के इस अद्भुत खिलाड़ी की 100 वीं पुण्यतिथि के अवसर पर हम सब विभिन्न कार्यक्रमों के संचालन के सम्बन्ध में एकत्रित हुए हैं। हमारा प्रयास होगा कि हॉकी के खेल को जनपद में उच्च स्तर पर ले जाया जाए। और अच्छे खिलाड़ी पैदा किये जाए। इस दौरान यह निर्णय लिया गया कि छोटे लाल चौधरी जो बाबू साहब की देखरेख में हॉकी खेलें, तथा श्री आरिफ जो प्रख्यात समाजसेवी हैं और राम अवतार मिश्रा जो कि विश्व स्तरीय हॉकी खिलाड़ी थे। इन तीनों को बाबू के सम्मान में सम्मानित किया जायेगा। और अश्वनी महाराज को कुंवर राजेन्द्र सिंह जो केडी सिंह बाबू के बड़े भाई थे। उनके द्वारा रचित निर्मित भरत चरित्र के लिए सम्मानित किया जाएगा। इस मौके पर मुख्य रूप से उमैर किदवई, अनवर मेहबूब किदवई रिज़्ज़ू, वामिक़ वारसी, वासिक वारसी, उप्पल मिश्रा, विनय सिंह, मृत्युंजय शर्मा, सत्यवान वर्मा, पी.के सिंह, वरिष्ठ पत्रकार हशमत उल्लाह, हॉकी के प्रसिद्ध खिलाड़ी तारिक़ खां, इत्यादि लोग मौजूद रहें।