कुर्सी में आज विश्व गौरैया दिवस मनाया गया इस अवसर पर गौरैया को बचाने व उनके संरक्षण का संकल्प लिया गया।
कुर्सी में आज विश्व गौरैया दिवस मनाया गया इस अवसर पर गौरैया को बचाने व उनके संरक्षण का संकल्प लिया गया।
रिपोर्ट :- शिवा वर्मा
जनपद बाराबंकी निंदूरा विकास खंड क्षेत्र कस्बा कुर्सी में आज विश्व गौरैया दिवस मनाया गया इस अवसर पर गौरैया को बचाने व उनके संरक्षण का संकल्प लिया गया। आयोजित कार्यक्रम में बोलते हुए उमेश यादव ने कहा कि प्रकृति के संतुलन के लिए आहार चक्र बनाए रखना आवश्यक होता है। इसलिए सभी जीव-जंतुओं का संरक्षण जरूरी है। आज विश्व गौरैया दिवस के मौके पर हम सभी को यह प्रण लेना चाहिए कि हम सभी अपने घरों में उनके लिए अनुकूल वातावरण बनाएंगे और उनका संरक्षण करेंगे। संजय समीर ने कहा कि हम सभी मनुष्य अपने जीवन के लिए प्रकृति पर आश्रित हैं। प्रकृति से हम हवा, भोजन और पानी के अलावा अपनी विलासिता के लिए न जाने कितनी वस्तुएं लेते हैं पर क्या हम प्रकृति को उसके बदले कुछ देते हैं? हमें इस बात पर गंभीरता से विचार करना चाहिए। इसके लिए हमें हर दिन ” नेचर ऑडिट” करना चाहिए कि हमनें प्रकृति से क्या लिया और उसके बदले प्रकृति को क्या दिया ? पेड़-पौधे लगाकर, बिजली बचाकर, प्राकृतिक संसाधनों का यथासंभव कम से कम इस्तेमाल करके भी हम प्रकृति को बहुत कुछ लौटा सकते हैं। अर्ष मौर्या ने कहा कि गिद्ध आज विलुप्ति की कगार पर हैं ,पर ऐसा गौरैयों के साथ नहीं होना चाहिए। नई पीढ़ी के कई बच्चों ने गौरैया नहीं देखी है, हमारे भविष्य भी ये युवा हैं इसलिए आज हम युवाओं को इनके संरक्षण के लिए आगे आना चाहिए। आज विश्व गौरैया दिवस लोगों के लिए अभियान बन चुका है। हमें खुद से इनके लिए अनुकूल आश्रय बनाने चाहिए। छतों पर मिट्टी के छोटे बर्तन में पानी, दाना, इनके रहने के लिए घोंसले या दीवारों में सुराख होने चाहिए जहां ये रह सकें। यदि गौरैया विलुप्त हो जाएंगी तो अगला नंबर हमारा भी हो सकता है, इसलिए हमें मिलकर इन्हें संरक्षित करना होगा। इस मौके पर गोपी मौर्या, रामकुमार रावत, मोहित जयसवाल,मनीष रस्तोगी,अनुज जयसवाल,मुकेश चौहान आदि लोग उपस्थित रहे।