आवारा पशुओ से किसान परेशान पूरी रात जाग कर कर रहें अपने फसलों की रखवाली
सिद्धार्थनगर-ब्यूरोचीफ (विजय पाल चतुर्वेदी)
आवारा पशुओं से किसान आह भर रहे हैं। जिम्मेदार बेपरवाह बने हुए हैं। आवारा पशुओं से बचाव के लिए सरकार ने गौशालाओं का निर्माण तो करवा दिया गया है। लेकिन अभी भी आवारा पशुओं के झुंड खेतों में पहुंचकर लगी फसलों को नष्ट कर रहे हैं। किसान फसलों की रखवाली में दिन-रात जुटे रहते हैं। इसके बावजूद भी अपनी गाढ़ी कमाई की फसलों को नहीं बचा पा रहे हैं।आपको बता दें कि,सिद्धार्थ नगर जिले की डुमरियागंज तहसील में कई गौशाला में संचालित है, उसके बावजूद ज्यादा आवारा पशु छुट्टा घूम रहे हैं। भनवापुर ब्लॉक क्षेत्र में आवारा पशुओं का आतंक कुछ ज्यादा ही है। आवारा पशुओं के झुंड के झुंड घूमते नजर आ रहे हैं। इन झुंडों में अधिकांश जानवर हिंसक हो चुके हैं। सिसवा के अवधेश चतुर्वेदी कहते हैं कि रात को खेतों में अवारा पशुओं के झुंड आ जाते हैं। फसलों को चरकर व पैरों से रौंदकर चले जाते हैं। सुरक्षा के लिए खेत के चारों ओर तारों की बैरीकेटिंग लगा रखी है, लेकिन पशुओं के झुंड तारों की बैरी केटिंग को तोड़कर अथवा लांघकर खेतों में घुस जाते हैं। जब तक खेत में लोग उन्हें खेदने पहुंचते हैं। तब तक पशुओं के झुंड फसलों को नष्ट कर देते हैं। राजेन्द्र प्रसाद चतुर्वेदी,मनोज कुमार चतुर्वेदी,अरूण कुमार चतुर्वेदी,राम करन वरूण,राम सजीवन यादव कहते है कि आवारा पशु सैकड़ों बीघा फसलें बर्बाद कर रहे हैं, किसानों को खाने से ज्यादा आवारा पशुओं की सोच रहता है। किसानों की फसल बर्बाद हो जाएगी, तो क्या खाएगा किसान। उनका कहना है कि आवारा पशुओं से किसान की हालत यह है कि, खाना न खा कर अपना खेत दिन रात रखवाली करके बचाता है। प्रधान, सचिव लेखपाल सहित अन्य अधिकारी तो मस्त है, लेकिन बेचारा किसान त्रस्त है। हजारों की तादात में आवारा पशु क्षेत्र में टहल रहे हैं। लेकिन कोई देखने वाला नहीं है