अखण्ड भारत के शिल्पी आजाद भारत के प्रथम गृहमंत्री सरदार वल्लभ भाई पटेल जी की जयंती के अवसर पर शुभकामना संदेश
अखण्ड भारत के शिल्पी आजाद भारत के प्रथम गृहमंत्री सरदार वल्लभ भाई पटेल जी की जयंती के अवसर पर शुभकामना संदेश
खण्ड-खण्ड भारत की समस्त पूजी, धन- संसाधन छोटी छोटी 567 रियासतों के अधीन था, रियासतों के शासक (राजा) की मर्जी से रियासत की अवाम श्वांस लेती थी। हमारे महापुरुष आजाद भारत के प्रथम गृहमंत्री सरदार बल्लभ भाई पटेल जी ने अपनी दूरदृष्टि, पक्के इरादे से भारत के भाग्य को सवांरने के लिए अथक परिश्रम करके 567 रियासतों में बंटे भारत को एक कर अखण्ड भारत का निर्माण किया आज हमने भी सरदार पटेल जी की जयंती पर अपने बच्चों के साथ सरदार पटेल जी की प्रतिमा पर माल्यार्पण किया और उनकी आत्मा से प्रार्थना किया कि हमारा भारत अखण्ड ही रहे। आज के राजनेताओं को सद्बुद्धि मिले कि वे सिर्फ आपकी स्टेचू पर पुष्पांजलि कर अपने कर्तव्य से मुक्ति न लें,भारत को अखण्ड भारत बने रहने में, सार्थक भूमिका का निर्वहन करें।अब आप ही सोचिए 567 रियासतों की पूंजी, धन संसाधन को सरदार पटेल ने अखंड भारत की सरकार के अधीन किया, बाबा साहब डॉ0 अम्बेडकर ने सरकार को जनता के अधीन किया अब जनता के अधीन सरकार जनता के लिए काम करे, जनता पर धन संसाधन खर्च करे, लेकिन यहां पर राजनेता की नियति में बदलाव होती जा रही है।
अखण्ड भारत की पूंजी, धन संसाधन 67 पूजीपतियों के अधीन कर रही है।निजीकरण करके आम जनता की भावनाओं, अधिकारों पर कहीं न कही चोट पहुंचाने का प्रयास किया जा रहा है। सभी लोग इस पर विचार करें यह आवश्यक नही है। यह मेरे व्यक्तिगत उद्गार हैं।उनके जन्म दिन पर *आप सभी को हार्दिक बधाई, शुभकामनाएं।