हिंदी पत्रकार एसोसिएशन के तत्वावधान में हिंदी पत्रकारिता दिवस की 196वीं वर्षगांठ पर परिचर्चा संगोष्ठी का आयोजन।

रिपोर्ट :- शिवा वर्मा/यूपी ब्रेकिंग न्यूज
बाराबंकी। हिंदी पत्रकार एसोसिएशन के तत्वावधान में हिंदी पत्रकारिता दिवस की 196वीं वर्षगांठ पर गांधी भवन में परिचर्चा संगोष्ठी का आयोजन की गई। इस मौके पर विश्व मानवाधिकार परिषद द्वारा हिन्दी आन्दोलन जुड़े रहे प्रखर समाजवादी चिन्तक राजनाथ शर्मा को भारत गौरव सम्मान से विभूषित किया गया। इस दौरान समाजवादी चिन्तक राजनाथ शर्मा ने पत्रकारिता कर रहे पत्रकारों को हिन्दी भाषा के प्रति प्रेरित करने पर जोर दिया। उन्होंने हिन्दी के प्रथम समाचार पत्र उदंत मार्तंड के बारे में बताया। साथ ही आजादी के आंदोलन मे हिंदी पत्रकारिता की संघर्षगाथा और विकास यात्रा को भी बताया। श्री शर्मा ने कहा कि हिन्दी पत्रकारिता में मिश्रित भाषा के प्रयोग होने से हिन्दी दूषित हो रही है। नई पीढ़ी के पत्रकारों को दूषित भाषा से बचना चाहिए। संगठन के अध्योध्या मंडल अध्यक्ष अजीज अहमद ने कहा कि हिंदी पत्रकारिता आज भी सबसे लोकप्रिय है और हिंदी के तमाम समाचार पत्रों व खबरों के पाठक आज भी सर्वाधिक हैं। उन्होंने कहा कि पत्रकारों के हित में सुरक्षा कानून लागू करने की मांग को लेकर हिंदी पत्रकार एसोसिएशन लगातार आंदोलन कर रही है। विश्व मानवाधिकार परिषद के राष्ट्रीय प्रमुख महासचिव मेराज अंसारी ने कहा कि पत्रकारिता के क्षेत्र में काम करने से पहले हमलोगों को हिंदी की शुद्धता पर ध्यान केन्द्रित करनी चाहिए। पत्रकारिता के क्षेत्र में अभी भी हिंदी पत्रकारिता का दबदबा है और आगे भी रहेगा। एसोसिएशन के जिलाध्यक्ष पाटेश्वरी प्रसाद ने कहा कि पत्रकार हिंदी पत्रकारिता आज भी सहजता के साथ सर्वमान्य है। हर दिन हमें हिंदी पत्रकारिता के क्षेत्र में कुछ न कुछ सीखने को मिलता रहता है। बस कोशिश यही रहनी चाहिए कि पत्रकारिता में ईमानदारी, निष्पक्षता व निष्ठापूर्वक कार्य करने की क्षमता का विकास हो। इस दौरान संगोष्ठी में संतोष शुक्ला, मुकेश मिश्रा, मो मुईद अहमद, मनीष सिंह, दिनेश चन्द्र श्रीवास्तव, फहीम सिद्दीकी, उमेश श्रीवासतव, अजमी रिजवी, मो वसीक, तौफीक अहमद, रंजय शर्मा, दिनेश कश्यप, अवधेश वर्मा आदि शामिल रहे।