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भारतविज्ञान एवं प्रौद्योगिकी मंत्रालय

विज्ञान और प्रौद्योगिकी का मीडिया और संप्रेषक सम्मेलन (मीडिया एंड कम्युनिकेटर्स कॉन्क्लेव): पत्रकारों और वैज्ञानिकों को एक साथ जोड़ना 

रिपोर्ट:-शमीम 

भारत अंतर्राष्ट्रीय विज्ञान महोत्सव (इंडिया इंटरनेशनल साइंस फेस्टिवल -आईआईएसएफ) 2023 में आगामी 18 से 19 जनवरी तक ट्रांस्लेश्नल स्वास्थ्य विज्ञान  एवं प्रौद्योगिकी संस्थान (ट्रांसलेशनल हेल्थ साइंस एंड टेक्नोलॉजी इंस्टीट्यूट -टीएचएसटीआई) – के  क्षेत्रीय जैव प्रौद्योगिकी केंद्र (आरसीबी) परिसर, फरीदाबाद में विज्ञान और प्रौद्योगिकी का   मीडिया और संप्रेषक सम्मेलन (मीडिया एंड कम्युनिकेटर्स कॉन्क्लेव) आयोजित  किया जाना है। यह एक अभूतपूर्व घटना है जो पत्रकारिता और वैज्ञानिकों को एक साथ लाती है। इस सम्मेलन का उद्देश्य विज्ञान और मीडिया के बीच जटिल संबंधों को प्रदर्शित करना, नए रुझानों, चुनौतियों और इस गतिशील साझेदारी के भविष्य पर प्रकाश डालना है।

केंद्रीय विज्ञान और प्रौद्योगिकी राज्य मंत्री डॉजितेंद्र सिंह इस कार्यक्रम का उद्घाटन करेंगेजो व्यावहारिक चर्चा का वातावरण  तैयार करेगा। एमिटी एसटीआई फाउंडेशन के अध्यक्ष डॉविलियम सेल्वामूर्ति मुख्य भाषण देंगे। भारत के प्रधान मंत्री के सलाहकार श्री तरूण कपूरवैज्ञानिक और औद्योगिक अनुसंधान परिषद (सीएसआईआरकी  महानिदेशक डॉएनकलैसेल्वीविज्ञान भारती के राष्ट्रीय सचिव श्री प्रवीण रामदास और सीएसआईआर– राष्ट्रिय विज्ञान संचार एवं नीति अनुसन्धान संस्थान (एनआईएससीपीआरकी निदेशक प्रोफेसर रंजना अग्रवाल इस कार्यक्रम की शोभा बढ़ाएंगे।

इस महत्वपूर्ण कार्यक्रम के प्रतिष्ठित वक्ता मीडिया और विज्ञान की प्रसिद्ध हस्तियां हैंजिनमें इंडिया टुडे के श्री राज चेंगप्पाप्रेस ट्रस्ट ऑफ इंडिया (पीटीआईके श्री विजय जोशी भारत के समाचारपत्रों के पंजीयक (आरएनआईके प्रेस रजिस्ट्रार  श्री भूपेन्द्र कैंथोला और श्री पल्लव बागला जैसे वरिष्ठ विज्ञान पत्रकार शामिल हैं,  अपने अनुभव साझा करेंगे।

सिनेमा सत्र के माध्यम से विज्ञान में उन प्रतिनिधि प्रशंसित फिल्म निर्माताओं, अभिनेताओं और विशेषज्ञों  को देखेंगे, जिनमें श्री अभिजीत सातम, श्री नंदन कुध्यादियांद, श्री अभिजीत मुल्ये, श्री मतिउर रहमान और प्रोफेसर चैतन्य गिरी शामिल हैं, जो ‘विज्ञान और विज्ञान सिनेमा ‘ के संलयन (फ्यूजन) का पता लगाएंगे।

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पत्रकारिता के छात्रों के लिए मास्टर क्लास विज्ञान रिपोर्टिंग की जटिलताओंजिम्मेदारियों और नैतिकता और सोशल मीडिया की अच्छी प्रथाओं को समझने का एक अमूल्य अवसर है।

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इस कार्यक्रम में भारत की विज्ञान कूटनीति में मीडिया का महत्व और मीडिया में विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी का प्रतिनिधित्व बढ़ाने के तरीके जैसे विषयों पर पैनल चर्चाएं होंगी ।

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इस आयोजन का मुख्य उद्देश्य मुख्यधारा के पत्रकारों और विज्ञान विशेषज्ञों वैज्ञानिकों के बीच विज्ञान पत्रकारिता के दायरे और चुनौतियों का गहराई से अध्ययन करने इस बारे में बहुमूल्य अंतर्दृष्टि प्रदान करने पत्रकारिता के छात्रों को विज्ञान रिपोर्टिंग की जटिलताओं और नैतिक पहलुओं के बारे में शिक्षा प्रदान करने के साथ ही  सार्थक चर्चा को सुविधाजनक बनाना है ।

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यह सम्मेलन पत्रकारिता और विज्ञान संचार के बीच सहयोग और समझ को बढ़ावा देने एवं  बौद्धिकता  के अभिसरण (कन्वर्जेन्सके लिए  आश्वस्त  करता है। इस परिवर्तनकारी कार्यक्रम का हिस्सा बनने के लिए पत्रकारोंवैज्ञानिकों और मीडिया छात्रों को आमंत्रित किया गया  है ।

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वैज्ञानिक एवं औद्योगिक अनुसंशान परिषद– राष्ट्रीय  विज्ञान संचार एवं नीति अनुसन्धान संस्थान काउंसिल ऑफ़ साइंटिफिक एंड इंडस्ट्रियल रिसर्च सीएसआईआर नेशनल इंस्टीट्यूट ऑफ साइंस कम्युनिकेशन एंड पॉलिसी रिसर्च एनआईएससीपीआर)) में विज्ञान मीडिया सम्पर्क प्रकोष्ठ (साइंस मीडिया कम्युनिकेशन सेल एसएमसीसीइस  भारत अंतर्राष्ट्रीय विज्ञान महोत्सव (आईआईएसएफ2023 के मीडिया समन्वय और प्रचार का समन्वय और सुविधा प्रदान कर रहा है। मीडिया के विभिन्न प्लेटफार्मों पर भारत की अनुसंधान एवं विकास सफलताओं और वैज्ञानिक उपलब्धियों का प्रसार और प्रदर्शन करना एसएमसीसी का मुख्य उद्देश्य है ।

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