
बाराबंकी : सिरौलीगौसपुर क्षेत्र के ग्राम बरदरी निवासी पत्रकार नीरज श्रीवास्तव की मेयो हॉस्पिटल लखनऊ में इलाज के दौरान लापरवाही व ओरिएंटल बैंक शाखा बरदरी के प्रबंधक की ओर से किए गए मानसिक उत्पीड़न के चलते हुई मौत का मामला मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ तक पहुंचा है। बुधवार को बछरावां विधायक राम नरेश रावत के साथ बाराबंकी पत्रकार एसोसिएशन के पूर्व महामंत्री प्रेम अवस्थी ने मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ से उनके कालिदास मार्ग स्थित आवास मुलाकात की। दिवंगत नीरज श्रीवास्तव की पत्नी शिखा व उनके दो बच्चे अविका व आरव भी मौजूद रहे। मुख्यमंत्री ने मामले की जांच व आर्थिक सहायता का आश्वासन दिया। बच्चों को बिस्कुट भी खिलाया।उल्लेखनीय है कि 28 अगस्त को नीरज श्रीवास्तव बैंक में केसीसी बनवाने के लिए गए थे। जहां पर शाखा प्रबंधक ने उनसे अभद्रता की । एक महिला अधिकारी का नाम लेकर धमकाया भी। इससे दुखी होकर नीरज ने केसीसी न बनवाने की बात उच्चाधिकारियों को लिख कर भेजी थी। अभद्रता व मानसिक उत्पीड़न से परेशान नीरज की तबीयत खराब हो गई। दो सितंबर को लखनऊ के गोमती नगर स्थित मेयो हॉस्पिटल में भर्ती कराया गया था जहां 10 सितंबर को मौत हो गई। नीरज की कोरोना जांच निगटिव आई थी। इस मामले में सीडीओ के निर्देश पर उप कृषि निदेशक एके सागर ने जांच की है। जांच में बैंक शाखा प्रबंधक ने अपने बयान में कहा कि उनसे बातचीत के चलते नीरज को कोई परेशानी नहीं हुई बल्कि कोविड-19 के कारण उनकी मौत हुई है। अब मामला मुख्यमंत्री के पास पहुंचा है ऐसे में परिवार को न्याय की उम्मीद जगी है।