साइबर अपराध पर एएसपी के सवालों का बच्चों ने दिया जवाब एएसपी ने छात्रों को दिये साइबर अपराध से बचाव के टिप्स।

रिपोर्ट :- शिवा वर्मा (सम्पादक)
जहांगीराबाद, बाराबंकी। कस्बा जहांगीराबाद में अविनाश कम्प्यूटर एजुकेशनल इंस्टीट्यूट की ओर से स्थापना दिवस के मौके पर साइबर सुरक्षा जागरूकता कार्यक्रम का आयोजन किया। अतिथियों ने आनलाइन प्लेटफॉर्म का उपयोग करते समय निवारक उपायों पर ध्यान केंद्रित कराया। छात्रों को अपने मौलिक कर्तव्यों के बारे में जागरूक होने, छात्रों को किताबें पढ़ने की आदत विकसित करने व समाज में साइबर अपराध और सुरक्षा के बारे में जागरूकता फैलाने के लिए प्रोत्साहित किया।
कार्यक्रम का शुभारंभ संस्था की संरक्षक संतोष श्रीवास्तव ने मां सरस्वती के समझ दीप प्रज्जवलित कर किया। पुलिस अधीक्षक बाराबंकी दिनेश कुमार सिंह के निर्देशन में, अपर पुलिस अधीक्षक दक्षिणी अखिलेश नारायण सिंह (नोडल अधिकारी साइबर) के नेतृत्व व अपर पुलिस अधीक्षक उत्तरी आशुतोष मिश्रा की उपस्थिति में साइबर सेल टीम बाराबंकी द्वारा संस्थान के छात्र/छात्राओं व उपस्थित आम जनमानस को साइबर अपराध के बारे में जानकारी दी गई।
विशिष्ट अतिथि विजय वीर सिंह सिरोही साइबर सेल प्रभारी, कुलदीप, अभिषेक राजन यादव साइबर एक्सपर्ट ने साइबर अपराध से बचाव के तरीके बताए। अपर पुलिस अधीक्षक ने साइबर सुरक्षा पर ऐसे जागरूकता कार्यक्रमों पर जोर दिया कि लोगों द्वारा अपने दैनिक जीवन में इंटरनेट का व्यापक रूप से उपयोग किया जाता है, इसलिए इन प्लेटफार्मों के सुरक्षित उपयोग के लिए छात्रों को जागरुक करना आवश्यक है।
साइबर सेल प्रभारी विजय वीर सिंह सिरोही ने छात्र छात्राओं को साइबर अपराध के प्रकार, पहचान, साइबर स्टैकिग, साइबर बदमाशी, साइबर अधिकार के बारे में बताया। वहीं साइबर एक्सपर्ट कुलदीप ने फ़ायरवॉल, टू-वे ऑथेंटिकेशन, ट्विटर हैंडल साइबर दोस्त और कई अन्य का उपयोग करके व्यक्तिगत जानकारी को सुरक्षित करने की आवश्यकता पर जोर दिया।
तत्पश्चात अपर पुलिस अधीक्षक ने छात्र छात्राओं से सवाल जवाब भी किए। उन्होंने संस्था के मेधावी छात्र छात्राओं को मेडल पहनाकर व प्रमाण पत्र देकर सम्मानित किया। कार्यक्रम का संचालन समाज सेवी कौशल यादव ने किया। इस मौके पर संस्था सचिव ज्योति, अध्यापिका रोली, साइबर एक्सपर्ट अभिषेक, संजीव यादव, मुकेश, शिवम, नीरज समेत संस्थान के व कस्तूरबा गांधी आवासीय के तमाम छात्र छात्राएं मौजूद रहे।