विश्व गौरैया दिवस के महत्व पर विस्तार से प्रकाश डाला।

रिपोर्ट :- शिवा वर्मा (संपादक)
बाराबंकी। मोहन लाल वर्मा एजुकेशनल इंस्टीट्यूट की राष्ट्रीय सेवा योजना के सात दिवसीय विशेष शिविर भनौली का कालेज के सभागार में मुख्य अतिथि प्रदीप सारंग व प्राचार्य डॉ0 एच एन चौधरी द्वारा संयुक्त रूप से दीप प्रज्ज्वलित कर शुभारंभ किया गया।
मुख्य अतिथि प्रदीप सारंग सदस्य नमामि गङ्गे जिला गंगा संरक्षण समिति बाराबंकी ने राष्ट्रीय सेवा योजना के प्रतीक चिन्ह पर चर्चा की और विश्व गौरैया दिवस के महत्व पर विस्तार से प्रकाश डाला। श्री सारंग ने कहा कि चीन ने गलती की थी और पछताना पड़ा था किन्तु हमें जैव विविधता के संतुलन पर जागरूक रहना है। श्री सारंग ने गौरैया को पारिवारिक पक्षी बताते हुए इसे शुभ सूचक कहा।
शुभारम्भ सत्र की अध्यक्षता करते हुए कहा कि हम सबकी प्रकृति की और उन्मुख होना ही होगा। समस्त वैभव एवं सम्पदा की प्रदाता प्रकृति ही है। प्रकृति से दूर जाकर किया गया विकास वास्तव में विनाशकारी होगा।
विशिष्ट अतिथि पूर्व स्वयं सेवक राष्ट्रीय सेवा योजना रमेश चन्द्र रावत ने विशेष शिविर को व्यक्तित्व निर्माण की कार्यशाला कहा। उन्होंने यह भी कहा कि पर्यावरण प्रत्येक नागरिक का कर्तव्य है।
कार्यक्रम अधिकारी पंकज पटवा ने सभी के प्रति आभार प्रकट करते हुए अगले दिवस की कार्य योजना और शिविर के लक्ष्यों पर चर्चा की।
अंत में ग्रीन गैंग व आँखें फाउन्डेशन की तरफ से गौरैया दिवस के उपलक्ष्य में मिट्टी के बर्तनों का वितरण किया गया और गर्मियों में छतों पर दाना पानी रखने का संकल्प कराया गया।
शुभारम्भ सत्र को रूपेश साहू, नीरज वर्मा, सदानन्द वर्मा, ने भी विचार रखे। स्वयं सेवक जयगुप्ता और प्रांसी बाजपेई ने संयुक्त संचालन किया।