मार्तण्ड साहित्यिक, सांस्कृतिक एवं समाजिक संस्था, लखनऊ की मासिक काव्य गोष्ठी सम्पन्न
लखनऊ की सुप्रसिद्ध साहित्यिक संस्था “मार्तण्ड” के तत्त्वावधान में पितृ दिवस महोत्सव एवं सरस काव्य गोष्ठी का आयोजन जितेंद्र कमल आनन्द की अध्यक्षता व सुरेश कुमार राजवंशी के संयोजन में सम्पन्न हुआ सुश्री लक्ष्मी करियारे छत्तीसगढ़ एवं सुरेश कुमार राजवंशी के कुशल संचालन व मुख्य अतिथि श्री सुबोध कुमार शर्मा गदरपुर उत्तराखंड, विशिष्ट अतिथि डॉ अजय प्रसून लखनऊ एवं अतिविशिष्ट अतिथि मिश्रिख सीतापुर के वरिष्ठ साहित्यकार गोदी लाल गांधी के दीप प्रज्वलन व श्रीमती सपना कुशवाहा एवं श्रीमती अंजलि गोयल की वाणी वन्दना से शुभारम्भ हुआ। वरिष्ठ साहित्यकार जीतेंद्र कमल आनन्द ने विश्व पितृ दिवस के शुभ अवसर पर अपने उद्बोधन में कहा कि साहित्य का लेखन स्वतंत्र व निष्पक्ष होने के साथ -साथ हिंदी को राष्ट्र भाषा बनाने पर ही सार्थक सिद्ध होगा और पिता के द्वारा सिखाये- सझाये गये सत्य मार्ग को अपनाते हुए देश व देश के साहित्य को एक नये मुकाम तक पहुंचाया जा सकता है ।
हमें वैज्ञानिक दृष्टिकोण के आधार पर तर्कसंगत होना चाहिए जो रूढ़िवादिता से परे हो ऐसा स्वस्थ साहित्य ही समाज का दर्पण हो सकता है। सभी कलमकारों को पितृ दिवस की शुभकामनाएँ प्रेषित की । कार्यक्रम में उपस्थित सभी साहित्यकारों ने अपनी-अपनी प्रति निधि रचनाएं सुनाकर श्रोताओं और कवियों को मंत्रमुग्ध कर दिया। कार्यक्रम में उपस्थित साहित्यकार सर्वश्री पंडित बेअदबी लखनवी, सूरज श्रीवास छत्तीसगढ़, ज्योत्स्ना सिंह , डॉ सुधा मिश्रा, सुनीता यादव, राकेश दुलारा, उर्मिला देवी, सपना कुशवाहा, नीतू यादव, दानमती विश्वकर्मा, ज्ञान प्रकाश रावत, राखी सरोज, संतोष सिंह हंसौर, संजय सागर, प्रेम शंकर शास्त्री ‘बेताब’, सविता वर्मा, रश्मि लहर रखने, ममता, प्रीति श्रीवास्तव, सुमन मिश्रा सीतापुर, अंजलि गोयल, बृज बाला श्रीवास्तव, राम रतन यादव ‘रतन’, गुर्जर लखनवी, पंडित विजय लक्ष्मी मिश्रा, डा नरेश कुमार सागर, सुचिता, अजय श्रीवास्तव, अरविंद असर दिल्ली, सरस्वती प्रसाद रावत, सुरेश कुमार राजवंशी, लक्ष्मी करियारे छत्तीसगढ, गोदी लाल गांधी, डाॅ अजय प्रसून, सुबोध कुमार शर्मा उत्तराखण्ड, जितेंद्र कमल आनन्द उत्तराखण्ड, बृज बाला श्रीवास्तव, अमर पाल अमर, सपना कुशवाहा, साधना मिश्रा आदि साहित्यकार व समाज सेवियोंकी सहभागिता रही ।
अन्त में संस्था के अध्यक्ष सरस्वती प्रसाद रावत द्वारा धन्यवाद ज्ञापित कर समारोह का समापन किया ।