रक्षा-बंधन’ से भी बड़ी ज़िम्मेदारी के बंधन से बँधे हैं पुलिस-जन इस बंधन का नाम है-‘सुरक्षा-बंधन’

’सिद्धार्थनगर-ब्यूरोचीफ (विजय पाल चतुर्वेदी)
आज पवित्र सावन महीने का आख़िरी दिन है। आज रक्षा-बंधन का पावन पर्व है। बहन अपने भाई की कलाई पर राखी बाँधेगी। उसे अपने हाथों से तिलक लगाएगी, मिठाई खिलाएगी और अपने हृदय की गहराइयों से लाख-लाख दुआएँ देगी ताकि भाई मज़बूत बने, अच्छा इंसान बने, और तभी वह बहिन की रक्षा कर सकेगा, देश की रक्षा कर सकेगा।हम पुलिस जन तपती धूप में धूल और धुँआ झेलते हुए, चौराहों पर खड़े रहकर ट्रैफ़िक ठीक रखते हैं ताकि कोई अकारण ही काल के गाल में न समा जाए । कहीं आग लग जाने की सूचना पर हम दमकल (फ़ायर टेंडर) लेकर दौड़ पड़ते हैं ताकि कोई जल कर अकाल ही मौत के मुँह में न चला जाए । पशु, पक्षी, मनुष्य किसी पर भी सुरक्षा का संकट आता है, हमें सूचना मिलती है तो हम भोजन, आराम, परिवार का सानिध्य, पूजा, इबादत, त्यौहार सब कुछ छोड़कर बस दौड़ पड़ते हैं-सबकी सुरक्षा के लिए। पीड़ित को न्याय दिलाने के लिए, अपराधी को पकड़ने के लिए दिन-रात एक कर देतें हैं। हमारे बच्चे, हमारी बहिनें, माता-पिता व परिवार के सारे लोग हमारे संग बैठकर तसल्ली से बात करने को, समय बिताने को तरस जाते हैं; क्या यह कम बड़ा त्याग है
तमाम अभावों में भी हम पुलिस जन इन सभी मुश्किलों, दुश्वारियों को हँसते-हँसते झेल जाते हैं, क्योंकि हम अतिशय पवित्र ‘सुरक्षा-बंधन’ में बँधे हैं। हमारी कलाई को सभी ने ‘सुरक्षा-बंधन’ के पवित्र एवं अटूट धागों से सजाया है। हमें आशा ही नहीं पूर्ण विश्वास है कि सभी के हृदय की गहराइयों से हम पुलिस जनों को दुआएँ, आशीष व शुभकामनाएँ मिलेंगी, ताकि हम और भी अधिक मज़बूती से सभी की सुरक्षा कर पाने में कामयाब हों आज रक्षाबंधन के शुभ अवसर पर सिद्धार्थनगर पुलिस बल द्वारा अपने-अपने क्षेत्र में गस्त-ड्यूटी/मोटरसाइकिल दस्ता यूपी-112 एवं अन्य इकाइयों द्वारा शांति-व्यवस्था हेतु ड्यूटी की जा रही है ड्यूटी के दौरान ही क्षेत्रवासियों की दिन-रात सुरक्षा की जिम्मेदारी नागरिक पुलिस पर रहती है इस हेतु सुरक्षा का एहसास कराते हुए क्षेत्र की बहनों ने पुलिस को अपना भाई मानकर रक्षा-सूत्र के बंधन (राखी) से बांधकर सुरक्षा-व्यवस्था एवं व्यक्तिगत जिम्मेदारियों का भी एहसास दिलाया | इस अवसर पर पुलिस अधीक्षक सिद्धार्थनगर विजय ढुल द्वारा बताया गया कि महत्वपूर्ण अवसरों पर पुलिस ही हर जगह हर समय मौजूद मिलती है, इसलिए जनपदवासियों द्वारा हमारी सिद्धार्थनगर पुलिस का मान-सम्मान बढ़ाने हेतु रक्षा-सूत्र में पिरोया गया है हम इस रक्षा-सूत्र से सुरक्षा-व्यवस्था हेतु दृढ़ संकल्पित हैं सिद्धार्थनगर पुलिस सदैव आपकी सुरक्षा के प्रति तत्पर एवं अपने दायित्वों का सफल निर्वहन करती रहेगी ।तह-ए-दिल से सभी को रक्षा-बंधन के पावन पर्व पर बारम्बार शुभकामनाएँ