युवा वैज्ञानिक आशुतोष पाठक ने बच्चों को जादू दिखा कर अंधविश्वास का खुलासा किया।

रिपोर्ट :- शिवा वर्मा (संपादक)
बाराबंकी।एन .सी.एस .टी, सी. डी. एस.टी भारत सरकार तथा दुर्गा कला केंद्र के सौजन्य से सेंट जॉर्ज कान्वेंट स्कूल में आज दिनांक 28, फरवरी मंगलवार को राष्ट्रीय विज्ञान दिवस के अवसर पर विज्ञान जागरूकता मेला का आयोजन किया गया। कार्यक्रम का उद्घाटन मुख्य अतिथि डॉ दिव्य दर्शन तिवारी प्रिंसिपल गायत्री डिग्री कॉलेज बहराइच ने मां सरस्वती के चरणों में दीप प्रज्वलित कर एवम् पुष्प अर्पित करके किया । इसके बाद बलरामपुर के जनप्रिय नेता समाजिक कार्यकर्ता राजेश्वर मिश्रा ने मां सरस्वती जी को माल्यार्पण किया। श्री जे.पी मिश्रा (एकता मांटेसरी स्कूल के प्रधानाचार्य) गोविंद पाठक (बाल विद्या मंदिर स्कूल, मथुरा बाजार) सुधीर वर्मा (शिवा फाउंडेशन, बाराबंकी) आशुतोष पाठक (युवा वैज्ञानिक), शुभाष कसौधन (बलरामपुर विज्ञान यूथ क्लब के अध्यक्ष), दिलीप ओझा, रिचा पांडेय ( अखिल भारतीय विज्ञान दल बालिका टीम लीडर) , प्रतीक्षा सिंह (बलरामपुर विज्ञान यूथ क्लब बालिका टीम लीडर ), सौम्या मैम, प्रतिमा मैम, पूर्णिमा मैम, कांति मैम, रुचि मैम, मोहिनी मैम, एम.बी पाण्डेय और गुड्डन पाण्डेय ने दीप मां सरस्वती के चरणों में दीप प्रज्ज्वलित कर माल्यार्पण किया इसके बाद स्कूल की छात्राओं ने जय जय भगवती सुर भारत गीत पर मनमोहक नृत्य प्रस्तुत करते हुए मां सरस्वती की आरती उतारी । और अखिल भारतीय विज्ञान दल के सस्थापक स्वर्गीय राधेश्याम शुक्ल एवं स्वर्गीय लीलावती देवी के चित्र पर माल्यार्पण किया गया एवं माता-पिता की आरती की गई । इसके बाद स्कूल में आयोजित विज्ञान प्रदर्शनी पर बच्चों ने तरह-तरह के मॉडल और चार्ट पेपर बना कर अपनी वैज्ञानिक प्रतिभा का अवलोकन कराया । कार्यक्रम के मुख्य अतिथि रहे दिव्य दर्शन तिवारी और राजेश्वर मिश्रा तथा विशिष्ट अतिथि आशुतोष पाठक युवा वैज्ञानिक ने बच्चों के मॉडल से संबंधित प्रसन्न पूछे प्रश्नोत्तरी के इस कार्यक्रम को बच्चों ने बखूबी निभाया और निर्णायक मंडल को संतुष्ट कर दिया ।जल संरक्षण यंत्र, पर्यावरण संरक्षण, बॉर्डर सुरक्षा यंत्र, ज्वालामुखी, पौधे के बारे में जानकारी दी, स्वच्छ भारत स्वस्थ भारत, डे नाईट, विज्ञान वरदान है या अभिशाप, शौर्य ऊर्जा, गोबर गैस और आलू से विद्युत् उत्पन्न इत्यादि विज्ञान माडल लगाए गए थे। सभी प्रतिभागी विज्ञान प्रदर्शनी में छात्र एवम् छात्राएं अन्नपूर्णा सिंह, आंचल चौधरी, अदिति मोदनवाल, सिद्धार्थ वर्मा, सर्वेश यादव, रोशन चौधरी, दीपक जायसवाल, सौम्या सिंह, विराट सिंह, आदर्श कुमार सरोज, अंशिका कसौधन, सृष्टि मोदनवाल, श्रद्धा कसौधन, अंशिका शुक्ला, मोनिका वर्मा, शालिनी चौधरी, सुहाना शर्मा, हर्षित वर्मा, आराध्या सिंह, पंखुड़ी मोदनवाल, आशू श्रीवास्तव, युवराज सैनी, आयुष तिवारी, मंगल देव सैनी, आदित्य मोदनवाल, सोहित कनौजिया, शुभम वर्मा, अखंड प्रताप सिंह, अंशवी सिंह, अनन्या कनौजिया, प्राची गुप्ता, आर्यन शुक्ला, अभिनव मोदनवाल, दिव्यांशु सिंह, आयुष कसौद्धन, आस्था वर्मा, गोविंद पाण्डेय, प्रभु रत्न दुबे, समृद्धि सिंह, रुद्र जैसवाल, दिव्यांशी पाण्डेय, ओम पाण्डेय, अंशिका गुप्ता, हर्षित कनौजिया, साबरीन खान, श्रद्धा तिवारी, आदित्य प्रताप सरोज, अर्चिता तिवारी, नदीम अहमद, सौम्य साहू और अंबिकेश प्रताप सिंह को गोल्ड मेडल देकर सम्मानित किया । मुख्य अतिथि डॉ दिव्य दर्शन ने कहा1928 में भारतीय भौतिक विज्ञानी सर चंद्रशेखर वेंकट रमन द्वारा रमन प्रभाव की खोज की याद में हर साल 28 फरवरी को भारत में राष्ट्रीय विज्ञान दिवस मनाया जाता है।
विशिष्ट अतिथि श्री जे पी मिश्रा जी ने कहायह दिन विज्ञान के महत्व और समाज में इसके योगदान के बारे में जागरूकता फैलाने के लिए मनाया जाता है। स्कूलों में राष्ट्रीय विज्ञान दिवस का उत्सव एक महत्वपूर्ण घटना है जो छात्रों के बीच वैज्ञानिक सोच को बढ़ावा देने में मदद करता है/
विशिष्ट अतिथि लोकप्रिय नेता राजेश्वर मिश्रा जी ने कहाराष्ट्रीय विज्ञान दिवस भारत में बहुत महत्व रखता है क्योंकि यह एक भारतीय वैज्ञानिक द्वारा की गई सबसे उल्लेखनीय खोजों में से एक को सम्मानित करने के लिए मनाया जाता है।
विशिष्ट अतिथि सुधीर वर्मा जी ने कहाछात्रों के बीच वैज्ञानिक ज्ञान को बढ़ावा देने में स्कूल महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं।
विशिष्ट अतिथि पवन तिवारी जी ने कहा स्कूलों में राष्ट्रीय विज्ञान दिवस मनाना छात्रों को वैज्ञानिक अवधारणाओं का पता लगाने और वैज्ञानिक सोच को बढ़ावा देने के लिए प्रोत्साहित करने का एक शानदार आयोजन है
विशिष्ट अतिथि सुभाष कसौधन जी ने कहा छात्रों के बीच वैज्ञानिक ज्ञान को बढ़ावा देना विभिन्न कारणों से आवश्यक है। सबसे पहले, यह एक वैज्ञानिक स्वभाव विकसित करने में मदद करता है और महत्वपूर्ण सोच और समस्या को सुलझाने के कौशल को प्रोत्साहित करता है।
विशिष्ट अथिति गोविन्द पाठक जी ने कहा जिन छात्रों को विज्ञान की अच्छी समझ है, वे डेटा का विश्लेषण और व्याख्या कर सकते हैं, सूचित निर्णय ले सकते हैं और समाज में योगदान कर सकते हैं/रिचा पांडेय जी ने कहा दूसरा, छात्रों के बीच वैज्ञानिक ज्ञान को बढ़ावा देने से प्रतिभाशाली और कुशल वैज्ञानिकों का एक पूल बनाने में मदद मिलती है जो विभिन्न क्षेत्रों में नवाचार और अनुसंधान को संचालित कर सकते हैं।प्रतिक्षा सिंह जी ने कहा विज्ञान ने समाज के विकास में महत्वपूर्ण योगदान दिया है और इसमें दुनिया की कुछ सबसे गंभीर समस्याओं जैसे जलवायु परिवर्तन, खाद्य सुरक्षा और स्वास्थ्य देखभाल को हल करने की क्षमता है। दिलीप ओझा जी ने कहा अंत में, छात्रों के बीच वैज्ञानिक ज्ञान को बढ़ावा देने से वैज्ञानिक रूप से साक्षर समाज के निर्माण में मदद मिलती है जो सूचित निर्णय ले सकता है और वैज्ञानिक चर्चाओं में भाग ले सकता है।
यह विज्ञान संचार को बढ़ावा देने और वैज्ञानिक अनुसंधान को आम जनता के लिए सुलभ बनाने में भी मदद करता है। सौम्या मैंने कहा विज्ञान के प्रयोग द्वारा सीखने की क्षमता को बढ़ाना और विज्ञान के मार्ग पर चलकर देश को आगे बढ़ाना है रूचि मैम ने कई वैज्ञानिकों के खोजों के बाद में बताते हुए कहा कि यही बच्चे आगे चलकर देश कहा के वैज्ञानिक बन सकते हैं/प्रधानाचार्य श्री गुड्डन पाण्डेय जी ने बताया कि इस कार्यक्रम का उद्देश्य विद्यार्थियों तथा दर्शकों में विज्ञान प्रति रुचि जागृत करना तथा समाज को जागरूक करना है/ विज्ञान जागरूकता मेला में राष्ट्रीय संस्थानों सरकारी तथा स्वयं सेवी संस्थानों के स्टॉल लगाए गए थे। हजारो लोगों ने विज्ञान मेला का अवलोकन किया।