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बाराबंकी

डीएम की अध्यक्षता में 50 लाख से अधिक निर्माण कार्यो की समीक्षा बैठक हुई आयोजित

रिपोर्ट शीतला प्रसाद बाजपेई

बाराबंकी । जिलाधिकारी अविनाश कुमार की अध्यक्षता में कार्यदायी संस्थाओं द्वारा जनपद में कराये जा रहें निर्माण कार्यो/मरम्मत कार्यो में प्रगति की स्थिति, अपूर्ण निर्माण कार्यो को निर्धारित समयावधि में पूर्ण कराया जाना, पूर्ण कार्यो/भवनों को कार्यदायी संस्थाओं द्वारा सम्बंधित विभाग को हैण्डओवर किया जाना, निर्माणाधीन कार्यो में लागत के सापेक्ष बजट की उपलब्धता आदि से सम्बंधित बिन्दुओं की समीक्षा बैठक डीआरडीए गांधी सभागार में सम्पन्न हुई।
बैठक में जिलाधिकारी द्वारा 50 लाख से अधिक लागत की पूर्ण/अपूर्ण परियोजनाओं की भी समीक्षा सम्बंधित कार्यदायी संस्थाओं के साथ की गयी। निर्माण कार्यो की समीक्षा के दौरान 10 वीं वाहिनी पीएसी में 200 व्यक्तियों की क्षमता के बैरक का निर्माण कार्य, रामनगर में औद्योगिक प्रशिक्षण संस्थान की स्थापना का कार्य, सिरौलीगौसपुर में सरयू/ घाघरा नदी दायें तट पर स्थित अलीनगर- रानीमऊ बांध के बाढ़ सुरक्षा कार्य की परियोजना, विकास खण्ड दरियाबाद में आवासीय/अनावसीय भवनों का निर्माण, विभिन्न ब्लॉको में कस्तूरबा गांधी विद्यालयों में होस्टल एवं एकेडमिक ब्लाक का निर्माण कार्य , रामसनेही घाट में मवई- सुबेहा मार्ग पर गोमती नदी पर सिल्हौर घाट पर सेतु का निर्माण आदि में प्रगति, गुणवत्ता एवं सम्बंधित विभागों को हैण्डओवर किये जाने आदि से सम्बंधित बिन्दुओं पर कार्यदायी संस्थाओं से जानकारी प्राप्त करते हुए आवश्यक दिशा निर्देश दिये गये।
बैठक में बिना पूर्व सूचना अनुपस्थित पाए जाने पर अधिशासी अभियन्ता, बाढ़ कार्य का वेतन रोकने के निर्देश दिए गए। ब्लॉक दरियाबाद में आवासीय/अनावसीय भवनों का निर्माण धीमी प्रगति पाए जाने पर नाराजगी व्यक्त करते हुए अधिशाषी अभियन्ता आरईएस का वेतन रोकने के निर्देश दिए।
जिलाधिकारी ने कार्यदायी संस्थाओं को निर्देश दिया कि छोट-छोटे कार्यो के कारण अधूरी परियोजनाओं को तत्काल पूर्ण करा कर सम्बंधित विभाग को हस्तांतरित कर दिया जाए। जिलाधिकारी ने कार्यदायी संस्थाओं को निर्माण कार्य के दौरान कार्य स्थल का निरंतर विजिट करते रहने एवं ठेकेदारों द्वारा कराये जा रहें कार्यो में गुणवत्ता एवं प्रगति की मॉनीटरिंग करते रहने के निर्देश दिये। उन्होने कहा कि कार्यदायी संस्था निर्माण कार्याे में तेजी लाये, गुणवत्ता पर विशेष ध्यान दें। उन्होने कहा कि जिन कार्याे पर लागत का पूरा धन प्राप्त हो गया है, उन परियोजनाओं को अविलम्ब पूरा करा लिया जाए। उन्होने कहा कि जिन परियोजनाओं पर धनराशि मिलना बाकी है, उसके लिए डिमाण्ड तत्काल विभाग को उपलब्ध कराये। आवश्यकता होने पर उनकी ओर से शासन को पत्राचार करें। निर्माण कार्याे में यदि कही भूमि संबंधी या अन्य विवाद है तो इसे संबंधित एसडीएम के संज्ञान में लाकर दूर कराये।
जिलाधिकारी ने विभागीय अधिकारियों को निर्देशित किया है कि वे समय-समय पर निर्माणाधीन भवनों का निरीक्षण करें तथा समय से कार्य पूर्ण कराना सुनिश्चित करें।
इस अवसर पर मुख्य विकास अधिकारी श्री मती एकता सिंह, अपर मुख्य चिकित्साधिकारी डा0 के के त्रिपाठी, जिला विद्यालय निरीक्षण, उप निदेशक कृषि श्रवण कुमार, जिला अर्थ एवं संख्या अधिकारी श्री मती मीनाक्षी श्रीवास्तव,अधिशासी अभियंता विद्युत, परियोजना अधिकारी डूडा, जिला पूर्ति अधिकारी राकेश तिवारी, अपर जिला सूचना अधिकारी सहित सी0एन0डी0एस0, यू0पी0 सिडको, वक्फ निगम, पुलिस आवास निगम, राजकीय निर्माण निगम सहित अन्य कार्यदायी संस्थाओं के प्रतिनिधि आदि उपस्थित रहें।

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