मुख्य विकास अधिकारी की अध्यक्षता में 50 लाख से अधिक निर्माण कार्यो की समीक्षा बैठक हुई आयोजित।
कस्तूरबा विद्यालयों को निर्माण संवेदनशीलता के साथ करें-मुख्य विकास अधिकारी।

रिपोर्ट :- शिवा वर्मा (संपादक)
कार्यदायी संस्था निर्माण कार्यो में तेजी लाये, गुणवत्ता पर विशेष ध्यान दें-श्रीमती एकता सिंह, मुख्य विकास अधिकारी।
बाराबंकी। मुख्य विकास अधिकारी श्रीमती एकता सिंह की अध्यक्षता में 50 लाख से अधिक लागत की निर्माणाधीन परियोजनाओं की समीक्षा बैठक कलेक्ट्रेट स्थित लोक सभागार में सम्पन्न हुई।
बैठक के दौरान कार्यदायी संस्थाओं द्वारा जनपद में कराये जा रहें निर्माण कार्यो/मरम्मत कार्यो में प्रगति की स्थिति, अपूर्ण निर्माण कार्यो को निर्धारित समयावधि में पूर्ण कराया जाना, पूर्ण कार्यो/भवनों को कार्यदायी संस्थाओं द्वारा संबंधित विभाग को हैंडओवर किया जाना, निर्माणाधीन कार्यों में लागत के सापेक्ष बजट की उपलब्धता आदि से संबंधित बिंदुओं की समीक्षा की गई।
बैठक में मुख्य विकास अधिकारी ने कहा कि कस्तूरबा विद्यालयों को निर्माण संवेदनशीलता के साथ किया जाये। इसमें किसी प्रकार की लापरवाही नहीं होनी चाहिए क्योंकि यह विद्यालय शिक्षा के मंदिर है। उन्होंने बताया कि 50 लाख से अधिक लागत की पूर्ण/अपूर्ण परियोजनाओं की भी समीक्षा सम्बंधित कार्यदायी संस्थाओं के साथ की गयी। निर्माण कार्यो की समीक्षा के दौरान 10 वीं वाहिनी पीएसी में 200 व्यक्तियों की क्षमता के बैरक का निर्माण कार्य, आईटीआई बनीकोडर, आईटीआई सिरौलीगौसपुर, विकास खण्ड पूरेडलई के ग्राम खेतासराय(पंसारा) में राजकीय इण्टर कालेज का निर्माण, विकास खण्ड मसौली के ग्राम भयारा में राजकीय इण्टर बालिका इण्टर कालेज का निर्माण, अग्निशमन केन्द्र रामनगर के आवासीय/अनावासीय भवनों के निर्माण कार्य, रामनगर में औद्योगिक प्रशिक्षण संस्थान की स्थापना का कार्य, सिरौलीगौसपुर में सरयू, घाघरा नदी दायें तट पर स्थित अलीनगर-रानीमऊ बांध के बाढ़ सुरक्षा कार्य की परियोजना, विकास खण्ड दरियाबाद में आवासीयध्अनावसीय भवनों का निर्माण, विभिन्न ब्लॉको में कस्तूरबा गांधी विद्यालयों में हाॅस्टल एवं एकेडमिक ब्लाक का निर्माण कार्य , रामसनेहीघाट में मवई-सुबेहा मार्ग पर गोमती नदी पर सिल्हौर घाट पर सेतु का निर्माण आदि में प्रगति, गुणवत्ता एवं सम्बंधित विभागों को हैण्डओवर किये जाने आदि से सम्बंधित बिन्दुओं पर कार्यदायी संस्थाओं से जानकारी प्राप्त करते हुए आवश्यक दिशा निर्देश दिये गये।
मुख्य विकास अधिकारी ने कार्यदायी संस्थाओं को निर्देश दिया कि छोटे-छोटे कार्यों के कारण अधूरी परियोजनाओं को तत्काल पूर्ण करा कर सम्बंधित विभाग को हस्तांतरित कर दिया जाए। मुख्य विकास अधिकारी ने कार्यदायी संस्थाओं को निर्माण कार्य के दौरान कार्यस्थल का निरंतर विजिट करते रहने एवं ठेकेदारों द्वारा कराये जा रहें कार्यो में गुणवत्ता एवं प्रगति की मॉनिटरिंग करते रहने के निर्देश दिये। उन्होंने कहा कि कार्यदायी संस्था निर्माण कार्यो में तेजी लाये, गुणवत्ता पर विशेष ध्यान दें।
मुख्य विकास अधिकारी ने उपर्युक्त सहित अन्य बिंदुओं पर गंभीरता से समीक्षा करते हुए उसके क्रियान्वयन पर जोर दिया। उन्होंने सभी विभागाध्यक्षों को निर्देशित किया कि शासन की सभी जनकल्याणकारी योजनाओं एवं कार्यों को गंभीरता के साथ समय व गुणवत्तापूर्ण क्रियान्वित करें।
इस अवसर पर जिला विकास अधिकारी, परियोजना अधिकारी डीआरडीए, अपर मुख्य चिकित्साधिकारी, जिला अर्थ एवं संख्या अधिकारी, जिला उद्यान अधिकारी, अधिशासी अभियंता लोक निर्माण विभाग प्रान्तीय खण्ड, अधिशासी अभियन्ता विद्युत, परियोजना अधिकारी डूडा, जिला पूर्ति अधिकारी राकेश तिवारी, जिला सूचना अधिकारी सहित सी0एन0डी0एस0, यू0पी0 सिडको, पुलिस आवास निगम, राजकीय निर्माण निगम सहित अन्य कार्यदायी संस्थाओं के प्रतिनिधि आदि उपस्थित रहें।