मास्टर ट्रेनर कृषक प्रशिक्षण कार्यक्रम‘ कृषकों के द्वारा कृषकों के लिए है। (जिलाधिकारी)
समृद्धि ‘एक पहल, कृषक से कृषक तक’ विषयक मास्टर ट्रेनर कृषक प्रशिक्षण आयोजित।
रिपोर्ट :- शिवा वर्मा (संपादक)
कृषकों की आय बढ़ाने के लिए प्रशासन स्तर पर किये जा रहे हर संभव प्रयास: जिलाधिकारी।
बाराबंकी। जिलाधिकारी श्री अविनाश कुमार ने कहा कि कृषकों से नियमित संवाद किया जा रहा है और उनकी आय को बढ़ाने के लिए प्रशासन स्तर पर हर संभव उपाय किये जा रहे है। उन्होंने कहा कि कृषकों की आय बढ़ने से सकारात्मक सामाजिक बदलाव की संभावना भी बढ़ेगी। उन्होंने कहा कि कृषकों की पहुंच जिला प्रशासन के संबंधित विभागों तक आसान एवं सरल बनायी गयी है। जिलाधिकारी ने कहा कि कृषकों तक हमारी पहुंच बनी रहे, इसका प्रयास सदैव किया जाता रहेगा। उन्होंने कहा कि यह प्रशिक्षण कार्यक्रम कृषकों के द्वारा कृषकों के लिए है। सभी मास्टर ट्रेनर कृषक को एक महत्वपूर्ण सामाजिक दायित्व दिया जा रहा है। उन्होंने कहा कि जनपद के कृषकों के द्वारा अच्छी पैदावार होगी तो रोजगार की संभावना बढ़ेगी।
जिलाधिकारी आज कलेक्ट्रेट स्थित लोक सभागार में समृद्धि ‘एक पहल, कृषक से कृषक तक’ विषय पर आधारित मास्टर ट्रेनर कृषकों का जनपद स्तरीय दो दिवसीय प्रशिक्षण कार्यक्रम की अध्यक्षता कर रहे थे। अपने उद्बोधन में जिलाधिकारी ने कहा कि कृषकों के सर्वांगीण विकास की संकल्पना को साकार करने हेतु जनपद बाराबंकी में एक नई ढांचागत व्यवस्था तैयार की गयी है।
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जिसके माध्यम से जनपद में समस्त विभागों के भिज्ञ अधिकारियों, विषय विशेषज्ञ तथा प्रगतिशील कृषकों की एक कोर टीम रणनीतिक दिशा-निर्देश प्रदान करेगी, जिसके नियंत्रण में जिला स्तरीय कार्यकारी सलाहकार समितियां कृषकों के विकास हेतु कार्यक्रमों की रूपरेखा तैयार करेगी, जिसका क्रियान्वयन विकास खण्ड स्तरीय कोआर्डिनेटर टीम की देखरेख में मास्टर ट्रेनर/ प्रगतिशील कृषकों के माध्यम से कृषकों की समस्याओं का निराकरण कराते हुए प्रत्येक ग्राम पंचायत स्तर पर लक्षित कृषकों/फोकस्ड कृषकों को प्रशिक्षित कराते हुये किया जायेगा। इनके कार्य को देखकर अन्य किसान ‘‘आओ करके सीखें’’ के आधार पर अपने खेतों पर भी क्रियान्वित कर सकेंगे।
जिलाधिकारी ने कहा कि कृषक अत्यन्त प्रगतिशील होने के बावजूद कहीं न कहीं कुछ विषेश तकनीकी और व्यवहारिक जानकारी के अभाव में वास्तविक रूप से उस स्तर का लाभ अपनी खेती में प्राप्त नहीं कर पा रहे हैं जो वे वास्तव में कर सकते हैं। इस उद्देश्य से ही यह कार्यक्रम संचालित किया जा रहा है जिसमें हर न्याय पंचायत से एक प्रगतिशील कृषक स्वयं प्रशिक्षण प्राप्त कर अपने न्याय पंचायत के हर ग्राम पंचायत से कम से कम एक कृषको प्रशिक्षण प्रदान करे एवं प्रशिक्षण की विधाओं को व्यवहारिक रूप से अपने खेत में प्रदर्शित भी करें जिससे अन्य कृषक स्वयं इसे देखकर उत्साहित होकर अपने खेतों में भी क्रियान्वित कर सकें। मुख्य विकास अधिकारी द्वारा मास्टर ट्रेनर कृषकों से अपील की गई कि प्रशिक्षण का अधिक से अधिक लाभ उठाते हुए अपेक्षानुरूप अन्य कृषकों को भी प्रशिक्षित करें।
इसके उपरान्त विभिन्न जनपद स्तरीय कार्यकारी सलाहकार समितियों द्वारा तैयार पाठ्यक्रम के अनुरूप उर्वरक प्रबन्धन, आई0पी0एम0, मृदा स्वास्थ्य प्रबंधन, कृषि गणना प्रबंधन, कृषि की लागत में कमी करने सम्बन्धी प्रबन्धन, बीजों की नवीन प्रजातियों के उपयोग, फसल चक्र, फसल विविधीकरण, फसलों के अन्तर्राष्ट्रीय मानक, मिलेट्स की खेती आदि विषयों पर मास्टर ट्रेनर कृषकों को सम्बन्धित समितियों द्वारा वृहद प्रशिक्षण प्रदान किया गया।
प्रशिक्षण कार्यक्रम में पूरी योजना का पावर प्वाइंट के माध्यम से प्रस्तुतीकरण उप कृषि निदेशक, बाराबंकी द्वारा किया गया।
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जिलाधिकारी द्वारा योजना के बारे में विस्तृत रूप से जानकारी देते हुये अवगत कराया कि कृषकों के सर्वांगीण विकास को दृष्टिगत रखते हुए जनपद स्तरीय अधिकारियों की अध्यक्षता में 11 कृषि सलाहकार समितियां गठित की गई हैं जो अपने विषयों से सम्बन्धित नवीनतम शोधों एवं जनपदीय आवश्यकताओं के अनुरूप प्रशिक्षण पाठ्यक्रम तैयार करेंगी एवं विकास खण्ड स्तरीय कोआर्डिनेटर टीम से समन्वय स्थापित करते हुए प्रत्येक न्याय पंचायत स्तर पर चयनित एक मास्टर ट्रेनर को प्रशिक्षित करेंगी, जो प्रशिक्षण सामग्री एवं अपने स्वयं के अनुभव के आधार पर प्रत्येक ग्राम पंचायत स्तर पर चयनित एक टारगेटेड/फोकस्ड कृषक की फील्ड बुक तैयार करते हुए उनके अगले तीन वर्ष का फसल चक्र तैयार कराकर उन्हें प्रशिक्षण प्रदान करंेंगे एवं जमीनी स्तर पर क्रियान्वित करायेंगे। इस ढांचागत व्यवस्था में सभी के लिये कार्य एवं दायित्व को स्पष्ट रूप से चिहिन्त किया गया है जिसके आधार पर समेकित प्रयास से जनपद के कृषकों का सर्वांगीण विकास का प्रयास सफल साबित हो सकता है।
अन्त में उप कृषि निदेशक, बाराबंकी द्वारा उपस्थित अधिकारियों एवं मास्टर ट्रेनर कृषकों को धन्यवाद ज्ञापित करते हुये एवं प्रशिक्षण में प्राप्त जानकारी के अनुसार अन्य कृषकों को प्रशिक्षित करने की अपील करते हुये प्रशिक्षण सत्र का समापन किया गया।
प्रशिक्षण कार्यक्रम में मुख्य विकास अधिकारी बाराबंकी, उप कृषि निदेशक, बाराबंकी, जिला कृषि अधिकारी, बाराबंकी, जिला कृषि रक्षा अधिकारी, बाराबंकी, भूमि संरक्षण अधिकारी (गोमती/कुर्सी), बाराबंकी, उप सम्भागीय कृषि प्रसार अधिकारी, सदर, बाराबंकी, जिला खाद्य विपणन अधिकारी, बाराबंकी, जिला उद्यान अधिकारी, बाराबंकी, जिला खाद्य सुरक्षा अधिकारी, बाराबंकी, कृषि विज्ञान केन्द, हैदरगढ़, बाराबंकी के वरिष्ठ वैज्ञानिकगण सहित समस्त जनपद स्तरीय कार्यकारी सलाहकार समितियों के सदस्य गण, पद्मश्री राम सरन वर्मा, प्रगतिशील कृषक श्री विपिन वर्मा एवं प्रत्येक न्याय पंचायत के एक मास्टर ट्रेनर प्रगतिशील कृषक द्वारा प्रतिभाग किया गया।