माता-पिता व मामा ने रची साजिश युवती की हत्या कर नहर में फेंका 25 दिन बरामद हुआ शव।
थाना जहांगीराबाद क्षेत्र नहर से बरामद हुआ शव परिजनों ने कपड़ों से की पहचान।

रिपोर्ट :- शिवा वर्मा/यूपी ब्रेकिंग न्यूज़
बाराबंकी। फतेहपुुुर कोतवाली क्षेत्र कस्बा काजीपुर टोला की खुशी का विवाह दो मई 2023 को सीतापुर जिले के रामपुर मथुरा थाना के परमगोंडा निवासी सत्यनाम से कर दिया।
खुशी पहले से ही दूसरे युवक से प्यार करती थी।
दो दिन बाद ही वह ससुराल से अपने पिता के घर वापस आ गई थी उसके बाद छह मई को खुशी लापता हो गई थी। मां ने अपने बुआ के लड़के उपेंद्र पर अपहरण का केस दर्ज कराया था। छानबीन के दौरान दो दिन पहले बुधवार को पुलिस ने खुशी के पिता शिवकुमार, मां गुड़िया व मामा उपेंद्र को गिरफ्तार करने के बाद चौंकाने वाला खुलासा किया।
पुलिस ने बताया कि छह मई को माता-पिता व रिश्ते में मामा उपेंद्र ने ही खुशी की हत्या कर शव को देवा कोतवाली क्षेत्र से निकली नहर में फेंक दिया था।
पुलिस नहर में खुशी का शव खोज रही थी।
शुक्रवार को जहांगीराबाद थाना क्षेत्र के फतेहसराय गांव के निकट रेलवे क्राॅसिंग के नीचे से नहर में युवती का शव दिखा। सूचना मिलने के बाद खुशी के सगे मामा व अन्य लोगों ने जींस पैंट व अन्य कपड़ों के आधार पर उसकी पहचान खुशी के रूप में की। जहांगीराबाद के एसएचओ विनोद यादव ने बताया कि पुलिस डीएनए जांच कराएगी, ताकि पुष्टि हो सके कि यह शव खुशी का ही है।
मां ने रची बेटी की मौत की साजिश।
छह मई की शाम खुशी की मां गुड़िया ने बंकी निवासी अपने बुआ के बेटे उपेंद्र को बुलाया जो साथी शिवराज के साथ बाइक से काजीपुर पहुंचा। खुशी के प्रेमी अमित शर्मा को भी काजीपुर खुशी को ले जाने के लिए बुलाया, लेकिन सुबह आने की बात कहकर वह नहीं गया। इसी बीच मां-बाप ने खुशी व अमित की हत्या की साजिश रच डाली। खुशी से कहा गया कि देर रात उपेंद्र और शिवराज बाइक से उसे बंकी में अमित के पास छोड़ देंगे। खुशी को बाइक से लेकर दोनों देवा में मामा नहर पुलिया से सद्दीपुर जाने वाली सड़क पर करीब दो किमी दूर मलूकपुर मोड़ पहुंचे और मुंह दबाकर हत्या कर शव को नहर में फेंक दिया। यह सूचना मिलने के बाद मां गुड़िया ने उसके प्रेमी अमित को भी मारने को कहा लेकिन उपेंद्र ने इन्कार कर दिया। इसके बाद गुड़िया ने उपेंद्र पर खुशी को मारकर नहर में फेंकने का आरोप लगाते हुए मुकदमा दर्ज करवा दिया था।
मृतका के शव की तलाश में जब जुटी पुलिस।
जब पुलिस ने उपेंद्र को दबोचा तो आनर किलिंग का पूरा खेल खुल गया। माता-पिता व मामा को पुलिस जेल भेज चुकी है जबकि शिवराज को तलाशा जा रहा है। मुकदमे के विवेचक सुधीर यादव ने बताया कि आरोपियों ने हत्या की बात स्वीकार की थी।