भाजपा महिला मोर्चा ने मनाई सभी बूथ स्तर पर पंडित दीनदयाल जी की जयंती राष्ट्रीय विचारक एवं संगठन के वटवृक्ष के त्रिमूर्ति थे पंडित दीनदयाल उपाध्याय जी
रिपोर्ट-सिद्धार्थनगर क्राइम संवाददाता रवि शंकर पाठक
सिद्धार्थनगर भाजपा महिला मोर्चा की सभी बहनों ने बूथ स्तर पर दीनदयाल जी के चित्र पर माल्यार्पण कर पुष्पांजलि अर्पित की। सिद्धार्थनगर भारतीय जनता पार्टी सिद्धार्थनगर महिला मोर्चा की जिला अध्यक्ष कुमारी मोनी पांडे के नेतृत्व में सभी मंडलों के सभी मंडलों के बूथ स्तर पर भारतीय जनसंघ के प्रेरणा स्रोत पंडित दीनदयाल उपाध्याय जी की जन्म जयंती को महिला कार्यकर्ताओं द्वारा मनाई गई और वही उनका चित्र रखकर माल्यार्पण कर श्रद्धांजलि अर्पित की इसी तरह मोनी पांडे ने अपने गांव के बूथ क्रमांक 239 ,240, 241, पर पहुंचकर सर्व समाज को संगठित करते हुए पंडित दीनदयाल जी की जयंती पर अपने विचार प्रकट करते हुए उनकी विचारधारा को भी लोगों के बीच में समझाया और कहां कि हम सब व्यक्ति के लिए नहीं विचार संगठन के लिए कार्य करते हैं जिस प्रकार पंडित जी ने पूरे देश में साधारण जीवन की तरह इस संगठन को वट वृक्ष बनाने में कार्यकर्ताओं का निर्माण किया था आजा संगठन पार्टी कार्यकर्ताओं के संघर्ष वह पराकाष्ठा संघर्ष सीखता और विचार के साथ दिन-ब-दिन आगे बढ़ता जा रहा है हम बड़े सौभाग्यशाली हैं ।
आज पंडित दीनदयाल उपाध्याय जी के बताए हुए मार्ग पर अंत्योदय मिशन के साथ केंद्र और राज्य की सरकारें गरीब मजदूर किसानों एवं आम जनों के विकास के लिए कार्य करते हुए आगे बढ़ रही है उनका सपना था अंतिम छोर के व्यक्ति का विकास करना और उसे आगे की पंक्ति में खड़ा करना इसी भाव संकल्प के साथ भारतीय जनता पार्टी की सरकार उनके विकास की चिंता करते हुए अपने पथ पर कार्य कर रही है। भाजपा नेत्री जिला अध्यक्ष कुमारी मोनी पांडे ने कहा दीनदयाल जी का संपूर्ण जीवन राष्ट्रीय समाज सेवा और संगठन के विस्तार के लिए पूर्ण रूप से समर्पित रहा आज उन्हीं की प्रेरणा से हमारा संगठन आगे बढ़ता जा रहा है और वह ऐसे व्यक्ति थे जिन्होंने समाज सेवा का व्रत लेकर हम सब को भी अपने विचारों से अवगत कराया उन्होंने पंडित जी के विचारों पर बोलते हुए कहा कि किसी भी राष्ट्र की धारा को मोड़ने के लिए समय-समय पर बुद्धिजीवी वर्ग ने अथक प्रयास किए हैं जिसके फलस्वरूप वह नकारात्मक विचारधारा को नाश्ता नाबूत करके सकारात्मक रास्ते पर ला सकें जिससे जनमानस को एक नई रोशनी से अवगत कराया जा सके ऐसा ही कुछ भारतीय संस्कृति के साथ खिलवाड़ हुआ है और शुरुआत में बाहरी देश एवं स्वतंत्रता के पश्चात अपने ही लोगों ने देश की अस्मिता को निरंतर छिन्न-भिन्न किया ऐसा नहीं है कि
इसका विरोध नहीं हुआ लेकिन तत्कालिक सत्ता भाइयों ने अपने बाहुबल से ऐसे बुद्धिजीवियों का खात्मा कर दिया परंतु कुछ लोग विरले प्रतिभाशाली थे जिन्होंने इस दमनकारी नीति के पश्चात भी अपनी विचारधारा को पूर्ण स्वतंत्रता देने का प्रयास किया उनका मात्र एक ही लक्ष्य था कि राष्ट्र के अंतर्गत किसी प्रकार से राम राज्य की स्थापना हो सके जिसके लिए भारतीय संस्कृति जानी जाती है और उसी का नतीजा जो वर्तमान में दिखाई दे रहा है भारत देश फिर एक बार विश्व गुरु के रास्ते पर तेजी से अग्रसर हो रहा है जिसे शायद अब विश्व पटल पर रोक पाना मुश्किल है ऐसी विचारधारा या राम राज्य की स्थापना का उद्देश्य किए हुए इस तपोभूमि पर एक महान शख्सियत का उदय हुआ जिसका आज सभी भारतवासी 104वीं जयंती के रूप में मनाने जा रहे हैं ऐसे महान राष्ट्रवादी एवं जन संघ की विचारधारा को जन्म देने वाले श्रद्धेय स्वर्गीय श्री पंडित दीनदयाल उपाध्याय है या जनसंघ वर्तमान में भारतीय जनता पार्टी के रूप में परिवर्तित हुआ या रामराज्य स्थापित करने का प्रयास कर रहा है भारत के कोने-कोने में स्वर्गीय श्री पंडित दीनदयाल उपाध्याय की सोच को पहुंचाने का प्रयास कर रहा है जिस विचारधारा का मूल उद्देश्य भारतवर्ष में कोई भी भूखा ना सोए और एक विचार एकमत संपूर्ण भारत में लागू हो जहां पर ना कोई अमीर हो ना कोई गरीब हो सिर्फ रामराज्य की सोच हो ऐसे थे श्रद्धेय स्वर्गीय श्री पंडित दीनदयाल उपाध्याय जी वैसे भी कहते हैं किसी नवबोध बालक को विकसित होने में एक लंबा समय लगता है उसी प्रकार स्वर्गीय श्री पंडित दीनदयाल उपाध्याय ने जिस विचारधारा का या कहां जाए जन संघ का गठन 1953 में किया था उस विचारधारा को विकसित होने में एक लंबा समय लगा लेकिन जब यह विचारधारा विश्व पटल पर उभर के आयी तब यह निश्चित हो गया की भारत विश्व में एक बार राम राज्य की स्थापना करने में सफल हो जाएगा एवं कश्मीर से कन्याकुमारी तक संपूर्ण भारत एक होगा तभी वास्तु से राष्ट्र में 9 रोशनी का उद्गम होगा दीनदयाल कहा करते थे राष्ट्रवाद हमारी प्रेरणा है लेकिन अंतिम छोर पर खड़े व्यक्ति को विकास की मुख्यधारा में लाना हमारा सपना है आज देश के पीएम मोदी जी उसी सपने को साकार कर रहे हैं जिससे वह हर गरीब को खुद का आवास गैस राशन किसान को सम्मान निधि जैसी योजनाओं को लाकर दीनदयाल जी के सपने को मूर्त रूप देने में लगे हैं और दूसरी तरफ कश्मीर से धारा 370 हटा कर राष्ट्रवाद का कर्तव्य निभा रहे हैं एक बार पंडित श्यामा प्रसाद मुखर्जी ने कहा था कि अगर मुझे दीनदयाल जी जैसे प्रखर दो राष्ट्र भक्त मिल जाए तो मैं इस देश की दिशा और दशा दोनों बदल सकता हूं ऐसे महान विचारक राष्ट्रभक्त एकात्म मानवतावाद एवं अंत्योदय के प्रेरणा स्रोत थे आदरणीय पंडित दीनदयाल जी हमेशा कहते थे कि सत्ता का लाभ जब तक आम लोगों को महसूस ना हो तो ऐसी सत्ता किसी काम की नहीं आओ मिलकर सभी उसी राष्ट्रवादी विचारधारा को नमन करें जिसकी स्थापना आज से लगभग 70 वर्ष पूर्व की गई थी जिसका मूल उद्देश्य राष्ट्र में कोई भूखा ना सोए संपूर्ण राष्ट्र एक राजनीतिक सूत्र में बना हो जिस सनातन धर्म को लोगों ने विचलित करने का प्रयास किया है उसे पुनः राम मंदिर की स्थापना के साथ उद्गम किया जा सके ऐसे महान विचारक आदर्शवादी संपूर्ण जीवन राष्ट्र को समर्पित करने वाले श्रद्धेय स्वर्गीय श्री पंडित दीनदयाल उपाध्याय जी की जयंती पर सभी भारतवासी मिलकर वर्तमान संगठित सोच को और मजबूत करें जिससे भारत देश का प्रत्येक नागरिक अपनी पूर्ण सुंदरता के साथ जीवन को सहज तरीके से जी सके 104वीं जयंती को इस तरह मनाए जिसमें चारों तरफ एक ही रोशनी दिखाई दे। जिसका नाम स्वर्ण अक्षरों में लिखा हो भारत एक बार पुनः विश्व गुरु रास्ते पर तटस्थ तरीके से बुनियाद रख सके एकात्म मानववाद एवं मानवतावाद राष्ट्र में निहित रहे जिससे भारतीय संस्कृति एवं सनातन धर्म अपनी मूल धारा में पनपता रहे पंडित जी के ही शब्दों में समझने का प्रयास करते हैं भारत में रहने वाला और इसके प्रति ममता की भावना रखने वाला मानव समूह एक जन है उनकी जीवन प्रणाली कला साहित्य दर्शन सब भारतीय संस्कृति है इसलिए भारतीय राष्ट्रवाद का आधार यह संस्कृति है इस संस्कृति में निष्ठा रहे तभी भारत मे एकता रहेगा। संपूर्ण भारत एकात्म मानवतावाद की विचारधारा से परिपूर्ण हो तभी भारतीय संस्कृति अपने चरमोत्कर्ष पर एवं भारत का प्रत्येक नागरिक अपनी मूलभूत आवश्यकता की पूर्ति सहज तरीके से उपलब्ध कर सकें सही मायने में यही भारत की सनातन परंपरा है। अतः आज श्रद्धा पंडित दीनदयाल जी की जयंती पर बार-बार नमन कर कर प्रेरणा लेने का प्रयास करते हैं और उन्हीं के विचारों पर क्रमबद्ध तरीके से मजबूती के साथ भारत का सुनहरा भविष्य निर्माण करने का प्रयास करेंगे। पंडित दीनदयाल जी की जयंती पर हुए अनेक कार्यक्रम सिद्धार्थ नगर भाजपा महिला मोर्चा जिला अध्यक्ष जी के नेतृत्व में भाजपा महिला मोर्चा की सभी कार्यकर्ताओं ने अपने बूथ पर विचार संगोष्ठी वृक्षारोपण कर पंडित जी का जन्म उत्सव मनाया गया ।