बेसहारा व जरूरतमंद 60 बच्चो को राशन वितरित किया गया।

बाराबंकी। उप्र एहसास फ़ूड बैंक की बाराबंकी इकाई द्वारा राम सनेहीघाट तहसील क्षेत्र के बेसहारा व जरूरतमंद 60 बच्चो को राशन बनीकोडर ब्लॉक परिसर में शोसल डिस्टेंसिंग का खास ख्याल रखते हुए वितरित किया गया। शुक्रवार को अलग अलग समय पर बुलाये गए लाभार्थियों को तहसीलदार रामसनेही घाट श्री तपन कुमार मिश्रा ने राशन किट् प्रदान किया। इस अवसर पर बच्चों को कोविड 19 से बचाव की जानकारी दी और कहा कि कठिन मेहनत और लगन से किये गए कार्य से तकदीर बदलती है, इसलिए सभी को परिश्रमी बनना चाहिए। तहसीलदार ने कहा कि कोविड 19 की इस गम्भीर समस्या में जरूरतमंद लोगों की भूख मिटाने का कार्य ईश्वरीय है।
फ़ूड बैंक द्वारा जरूरतमंद लोगों की अनवरत मदद किया जाना किया जाना इस क्षेत्र के गरीबों के लिए वरदान साबित हो रहा है इसके लिए बाराबंकी फ़ूड बैंक के संयोजक रत्नेश कुमार धन्यवाद के पात्र हैं। तहसीलदार ने कहा कि अन्न दान करने से आत्मा को संतुष्टि मिलती है, हर व्यक्ति को चाहिए कि वह अपने आस पास ध्यान रखे कि कोई भी व्यक्ति भूखा न सोये।
राम सनेही घाट प्रेस क्लब के अध्यक्ष श्री राम बाबू मिश्र ने बच्चों को मास्क वितरित किया और कोविड 19 से बचाव के बारे में जानकारी दी सहायक विकास अधिकारी ने भी बच्चों का उत्साह वर्धन किया चाइल्ड लाइन के निदेशक व बाराबंकी फ़ूड बैंक के संयोजक रत्नेश कुमार ने कोविड-19 से बचने के लिए दो गज देह दूरी बनाए रखने व अपने हाथों को साबुन से धोते रहने और अनावश्यक घर से बाहर न निकलने के लिए जागरूक किया
श्री रत्नेश कुमार ने बच्चों को ऑनलाइन पढ़ाने के लिए व्यवस्था किए जाने का आश्वासन दिया और कहा कि पढ़ने वाले बच्चों को ऑनलाईन कक्षाओं से जोड़ा जाएगा रत्नेश कुमार ने सभी से अपील किया कि जरूरतमंद की मदद के लिए यथा सामर्थ्य राशन दान करें।
शुक्रवार को बनीकोडर ब्लॉक परिसर में 60 लाभार्थियों को तहसीलदार ने अपने कर कमलों से वितरित किया रत्नेश कुमार ने बताया कि शेष 40 लाभार्थियों को चाइल्ड लाइन की टीम द्वारा होम डिलीवरी कर लाभार्थियों के घर पहुंचाया जाएगा।
इस कार्यक्रम में मुख्य रूप से एहसास की महा सचिव डॉ शचि सिंह, जेएल भास्कर,राजा राम आर्य, सुश्री विनोद कुमारी कुरील आदि का सहयोग मिला इस मौके पर चाइल्ड लाइन टीम लीडर अवधेश कुमार, सदस्य पंकज राना, राम कैलाश, अखिलेश कुमार, अंजली जायसवाल, वंदना देवी आदि लोगो द्वारा मुख्य रूप से लाभार्थियों के घर राशन पहुंचाया गया।