बीपीएड संघर्ष मोर्चा बाराबंकी की जिला कार्यकारिणी टीम ,ब्लॉक कार्यकारणी टीम ,एवम जिले के समस्त बीपीएड डिग्री धारकों ने 21 जून को योग दिवस नही मनाने का लिया फैसला
स्टेट हेड शमीम की रिपोर्ट
बाराबंकी- आज 20 जून दिन शनिवार को बीपीएड संघर्ष मोर्चा बाराबंकी की जिला कार्यकारिणी टीम ,ब्लॉक कार्यकारणी टीम ,एवम जिले के समस्त बीपीएड डिग्री धारकों ने ये प्रण लिया है कि कल 21 जून को योग दिवस नही मनाने का फैसला किया है ।बीपीएड संघर्ष मोर्चा बाराबंकी के जिलाध्यक्ष शमशाद अली ने बताया कि पूरे उत्तर प्रदेश में 2016 में 32022 शारीरिक शिक्षक पद उच्च प्राथमिक विद्यालयों में निकाले गए थे। जिसमें 1,54,215 आवेदन हुए थे। जिसकी कॉउंसिलिंग प्रथम 4 अप्रैल 2017 को निर्धारित थी
पर योगी सरकार के बनते ही समीक्षा के नाम 23 मार्च 2017 को रोक लगा दी गयी। हम बीपीएड डिग्री धारकों ने 17 बार लखनऊ में शांति से धरना प्रदर्शन भी किया ,जिसके संबंघ में कई बार मुख्यमंत्री आदित्यनाथ योगी जी से,उप मुख्यमंत्री, बेसिक शिक्षामंत्री ,सभी से मुलाकात की गई ,हमे सिर्फ आश्वाशन ही दिया गया ,जिसके उपरांत उत्तर प्रदेश के समस्त बीपीएड डिग्री धारकों ने निर्णय लिया कि हम लोग अब हाई कोर्ट के शरण मे जाएंगे ।
इसी बीच योगी सरकार ने 32022 बीपीएड भर्ती को रद्द कर दिया ,
उत्तर प्रदेश के समस्त डिग्री धारकों की इलाहाबाद से सिंगल बैंच,डबल बैंच,सरकार की पूर्ण याचिका खारिज,अवमानना केस प्रभावित, केस जीत कर भर्ती होने के आसार नजर आए परंतु योगी सरकार ने हम बीपीएड बेरोजगारों की समस्या को एवम हाई कोर्ट के फैसले को चुनोती देते हुए सुप्रीम कोर्ट चली गयी है जिसकी प्रक्रिया अभी चल रही है और हम लोगो की डेट 14 जुलाई 2020 को लगी है।
आप सभी को अवगत कराना है कि जहां केंद्र सरकार खेलो इंडिया को बढ़ावा दे रही है ,एवम केंद्रीय खेल मंत्री किरण रिजूजू ने शारीरिक शिक्षा को समस्त स्कूलों में होना जरूरी बताया है वही योगी सरकार इसके विपरीत कार्य कर रही है उत्तर प्रदेश में सिर्फ सभी भर्ती पर धांधली हो रही है
आज सभी बीपीएड डिग्री धारकों ने यह फैसला लिया है की हम लोग लोकडौन में कोई प्रदर्शन तो नही कर सकते है परंतु अपने घर पर ही काली पट्टी बांध कर 21 जून योगदिवस का विरोध जोरदार तरीके से करेंगें,
हम लोग काली पट्टी बांधकर उत्तर प्रदेश की जनता को बताना चाहेँगे की योगी सरकार हम बीपीएड बेरोजगारों का कैसे हनन कर रही है आज हम लोग भुखमरी की कगार पर है जीवन यापन होना मुश्किल हो गया है अगर किसी भी बीपीएड डिग्री धारकों के साथ कोई अप्रिय घटना होती है जिसकी सारी जिम्मेदारी योगी सरकार की होगी।