बाराबंकी में चाइल्ड लाइन ने ओपेन हाउस मीटिंग का आयोजन किया।

रिपोर्ट :- शिवा वर्मा (संपादक)
बाराबंकी। बंकी ब्लॉक के ए०बी० एस० अवध स्कूल जैदपुर रोड बाराबंकी में चाइल्ड लाइन ने ओपेन हाउस मीटिंग का आयोजन किया, जिसमें मुख्य अतिथि के रूप में विशेष किशोर पुलिस इकाई से श्रीअशोक कुमार तिवारी जी रहे ।उन्होंने अपने विचार व्यक्त करते हुए कहा कि बच्चे यदि किसी परेशानी में हो तो 112 पर फोन करके मदद ले सकते है और पुलिस से डरे नही बल्कि निडर होकर अपनी बात कहें बच्चो की मदद के लिए जनपद के समस्त थानों में बाल कल्याण पुलिस अधिकारी की तैनाती की गई है । इसी क्रम में चाइल्ड लाइन 1098 के जिला समन्वयक जियालाल ने बच्चों को जागरूक करते हुए कहा कि मुसीबत में फंसे बच्चों की मदद के लिए चाइल्ड लाइन 1098 आपत्कालीन राष्ट्रीय फोन सेवा है जो खोये-पाए, अनाथ-बेसहारा, बालश्रम, भिक्षावृत्ति, बाल विवाह, बाल तस्करी इत्यादि बच्चों से जुड़ी समस्याओं के लिए रातों दिन कार्यरत है।
उन्होंने कहा कि बच्चों की मदद के लिए चाइल्ड लाइन 24 घंटे तत्पर रहती है क्योंकि बच्चे हमारे देश का भविष्य हैं इसलिए उनका संपूर्ण विकास हो यह हम सब की जिम्मेदारी है इसलिए हमें बच्चों को दोस्त बनाकर उनका समय-समय पर मार्गदर्शन करते रहना चाहिए, जिससे वह अपने लक्ष्य को प्राप्त कर सकें। उन्होंने सरकार द्वारा संचालित मुख्यमंत्री बाल सेवा योजना, मुख्यमंत्री कन्या सुमंगला योजना, स्पॉन्सरशिप योजना के बारे में जानकारी दी। इसी कड़ी में टीम सदस्य अमित कुमार ने बच्चों को आपातकालीन टोल फ्री नंबर 101(अग्निशमन), 102, 108(एम्बुलेंस सेवा), 112(पुलिस), 181(घरेलू हिंसा), 1076(मुख्यमंत्री हेल्पलाइन), 1090(महिला हेल्पलाइन) के बारे में बताया और जरूरत पड़ने पर इन नम्बरों पर फोन करके मदद लेने के लिए प्रेरित किया। विद्यालय के प्रधानाध्यापक अनिल कुमार वर्मा ने कार्यक्रम में आये हुए अधिकारियो का स्वागत किया और कहा कि इस तरह के कायर्क्रम सभी विद्यालय में करना चाहिए और सभी का आभार व्यक्त करते हुए कहा कि जरूरत पड़ने पर चाइल्ड लाइन 1098 पर फोनकर मदद ले सकते है इस अवसर पर विशेष किशोर पुलिस इकाई से मीरा गुप्ता, अमृता सिंह, बृजेश कुमार यादव, समाजसेवी रामगोपाल यादव, मुख्य सेविका निशा चौधरी, आंगनबाड़ी कार्यकत्री सरोज गुप्ता, सुशीला देवी, आशा बहू सुनीता देवी, जैदपुर थाने से रुकमंगल सिंह, सिकंदर यादव
चाइल्ड लाइन ज़ीनत बेबी, समस्त शिक्षक गण ग्रामीण महिलाएं बच्चे पुरुष आदि मौजूद रहे।