बहु ने ससुराल वालों पर दहेज के लिए प्रताड़ित करने व उसके बच्चे को गायब करने का लगाया आरोप

रिपोर्ट ब्यूरो चीफ दिलीप कुमार मिश्रा
फतेहपुर, बाराबंकी। ससुराल वालों पर दहेज के लिए प्रताड़ित करने का एवं उसके बच्चे को गयाब करने का आरोप लगाते हुए पीड़िता ने पुलिस अधीक्षक से शिकायती पत्र देकर कार्रवाई की मांग की है।
प्राप्त जानकारी के अनुसार थाना बड्डूपुर अंतर्गत ग्राम शैली कीरतपुर निवासी पीड़िता ज्योति मिश्रा पत्नी स्व० उमेश कुमार मिश्रा ने अपने ही ससुराल वालों पर दहेज के लिए प्रताड़ित करने का आरोप लगाते हुए पुलिस अधीक्षक बाराबंकी को प्रार्थना पत्र देकर बताया कि उसकी शादी 6 मई 2018 को उमेश के साथ हुई थी जिसमें मेरे पिता ने 5 लाख रुपये नगद व जरुरी सामान सहित एक एवेंजर बाइक देकर धूमधाम से की थी, जिसके बाद वह पति के साथ खुशहाली से जीवन जी रही थी। शादी के 1 वर्ष बाद उसके एक पुत्र का जन्म हुआ पीड़ित ने पत्र में बताया कि उसके पति दिल्ली में रहकर साफ्टवेयर इंजीनियर का काम करते थे जहां उनको 90 हजार रुपये प्रतिमाह वेतन मिलता था। परिवारिक कलह के कारण पति को दिल्ली से वापस घर आना पड़ा। पति को भी भद्दे भद्दे शब्दों से बुरा-भला कहकर प्रताड़ित किया गया जिसके चलते मानसिक रुप से परेशान होकर बीती 7 अगस्त को पति उमेश मिश्रा ने ट्रेन के आगे कूदकर अपनी जान दे दी। इसके बाद मुकेश मिश्रा ने अपने छोटे भाई के खाते से मौत की तारीख से तीन इनके अंदर ही सारा पैसा नेट बेंकिंग के द्वारा अपने पास ट्रांसफर करवा लिया साथ ही चल अचल संपत्ति को भी हथियाने का प्रयास करने लगे। पीड़ीता ने अपनी सास शशी मिश्रा ससुर अशोक कुमार पुत्र रामजस मुकेश मिश्रा सोमेश मिश्रा पुत्र अशोक कुमार मिश्रा व आरती मिश्रा पत्नी मुकेश कुमार व राजेश मिश्रा पुत्र राम भवन मिश्रा निवासी भरवारी इलाहाबाद पर शादी के बाद से ही दहेज के लिए मानसिक व शारीरिक प्रताड़ना देने का आरोप लगाते हुए लिखा है कि घर के लोग छोटी छोटी बातों को लेकर बुरा-भला कहते और गालियां देते हैं साथ ही धमकी देते हैं कि मायके में बताया तो जलाकर मार डालेंगे यहां तक कि सास के द्वारा तमाचे मारे गए व गला भी दबाया गया। आरोप है कि सास ससुर देवर जेठ जेठानी द्वारा 5 लाख रुपये दहेज में देने के लिए लगातार प्रताड़ित किया जा रहा है। मेरे द्वारा जब मेरे बच्चे को मां के घर ले जाने को कहा तो सभी ससुराल वालों ने एक राय होकर बीती 20 अगस्त को सुबह बच्चे को घर के पीछे के दरवाजे से ले जाकर गायब कर दिया तभी से उसका कोई पता नहीं है जबकि बच्चे के लीवर का इलाज भी चल रहा है पीड़ित ने अपने शिकायती पत्र में साफ कहा है कि मेरे मायके पक्ष के लोग भी शैली गांव में हैं जहां उनको जान का खतरा एवं फर्जी कार्यवाही में फसाने का प्रयास किया जा रहा है यदि मेरे बच्चे मायके वालों सहित मुझे कुछ हो जाता है तो इसके लिए मेरे ससुराल वाले ही जिम्मेदार होंगे। पीड़िता ने उक्त शिकायती पत्र पुलिस अधीक्षक को देकर कार्यवाही की गुहार लगाई है।