उच्च प्राथमिक विद्यालयों के शिक्षकों का तीन दिवसीय प्रशिक्षण बीआरसी रामनगर…….
रिपोर्ट :- शिवा वर्मा (संपादक)
बाराबंकी। छात्रों में जेंडर आधारित रूढ़ियों को समाप्त करने के लिए शिक्षकों के उन्मुखीकरण एवं किशोर- किशोरी सशक्तिकरण हेतु समग्र शिक्षा उत्तर प्रदेश का नवाचार सेल्फ एस्टीम एण्ड बॉडी कांफिडेंस प्रोजेक्ट का रामनगर ब्लाक के उच्च प्राथमिक विद्यालयों के शिक्षकों का तीन दिवसीय प्रशिक्षण बीआरसी रामनगर में खंड शिक्षा अधिकारी संजय कुमार एवं एआरपी देवेंद्र सिंह के द्वारा प्रतिभागियों को प्रमाणपत्र वितरण के साथ संपन्न हुआ।
तीन दिवसीय इस प्रशिक्षण में यूनिसेफ द्वारा तैयार की गई आधाफुल शीर्षक 6 कॉमिक पुस्तकों के माध्यम से लिंगाधारित सामाजिक रूढ़ियों की पहचान तथा उनसे मुक्ति के प्रयासों पर समूह आधारित चर्चा-परिचर्चा हुई।इन्हीं 6 पुस्तकों पर आधारित नाटक, गीत, कहानी पाठ आदि के माध्यम से शिक्षकों ने प्रस्तुतीकरण किया। ये प्रस्तुती करण सभी कहानियों- खजाने का नक्शा, बदलीपुर के चीते, फिल्म स्टार का अपहरण, खतरे में बदलीपुर, गायब हाथी,बोलती चट्टान सभी कहानी की पुस्तकों पर आधारित किशोर-किशोरियों से जुड़े उनके कौशल विकास को परिभाषित करने वाला था। प्रथम कॉमिक बुक की कहानी से यह सीख मिली कि जब समाज निश्चित करता है कि लड़के और लड़कियाँ क्या कर और क्या नहीं कर सकते, उन्हें हम स्टेरियोटाइप कहते हैं। ये वर्षों से चले आ रहे हैं और सामाजिक होते हैं। ये सबके लिए हानिकारक होते हैं।
यह प्रशिक्षण संदर्भदाताओं अनुराधा मौर्या, पारितोष श्रीवास्तव तथा पुष्पेंद्र कुमार द्वारा प्रदान किया गया।ऑनलाइन तकनीकी व्यवस्था सहायक अध्यापक लोकेश शुक्ला द्वारा प्रदान की गई।