पांच वर्षीय मोहम्मद हारिस ने पूरी कुरान पढकर लोगों को हतप्रभ कर दिया।

रमेश यादव
बाराबंकी के टिकैत नगर के अंतर्गत बंनगवा गांव का एक “होनहार बिरवान के होत चीकने पात ” यही कहावत चरितार्थ कर दिखाई थाना टिकैतनगर क्षेत्र के ग्राम बनगाँवा निवासी अदीब अहमद के पांच वर्षीय पुत्र मोहम्मद हारिस ने । प्रतिभावान पांच वर्षीय बालक ने इतनी कम उम्र में पूरी कुरान पढकर लोगों को हतप्रभ कर दिया। इतनी कम उम्र में पूरी कुरान पढ़ने वाले इस बालक की चर्चा पूरे क्षेत्र में हो रही है।
थाना टिकैतनगर क्षेत्र के ग्राम बनगाँवा निवासी अदीब अहमद के आंगन में मां रूबी बानो के गर्भ से दिनांक 23 अगस्त 2015 को जन्मे बालक का नाम माता पिता ने बडे प्यार से मोहम्मद हारिस रखा था और माता पिता की गोद में नटखट बालक जन्म से ही अपनी प्रतिभा का एहसास माता पिता व परिवारीजनो को कराता रहा और जन्म के तीसरे वर्ष में मोहम्मद हारिस की प्रारम्भिक शिक्षा माता रूबी बानो ने देनी शुरू कर दी और तीन वर्ष पूरा होने पर उसकी शिक्षा हाफिज बद्दरूज्जा के द्वारा शुरू की गयी और इसी बीच माता रूबी बानो ने अपने लाडले को मुस्लिम धर्म के सबसे पवित्र ग्रन्थ कुरान पढाना शुरू किया और हाफिज बद्दरूज्जा के सहयोग से मोहम्मद हारिस ने जन्म के पांचवे वर्ष कुरान के 30 पारा 114 सूरह 540 रूको व छ: हजार 666 आयते पढकर पूरी कुरान पढ कर इतिहास बना दिया। मोहम्मद हारिस द्वारा इतनी कम उम्र में पूरी कुरान पढ़ने पर माता पिता के साथ पूरे परिवार में खुशी की लहर दौड़ गई और पांच वर्षीय बालक द्वारा इतनी कम उम्र में पूरी कुरान पढ़ने की चर्चा पूरे क्षेत्र में फैल रही है।