नवजात बालिका को बाल कल्याण समिति के निर्देशन में अपने संरक्षण में ले लिया है और लोहिया अस्पताल में भर्ती कराकर इलाज करा रही है।
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बाराबंकी। सोशल मीडिया में आई खबर का संज्ञान लेकर लावारिश दशा में पाई गई नवजात बालिका को बाल कल्याण समिति के निर्देशन में अपने संरक्षण में ले लिया है और लोहिया अस्पताल में भर्ती कराकर इलाज करा रही है। गौरतलब है कि टिकैतनगर थानाक्षेत्र के ग्राम विद्यानगर में खेतों में मंगलवार को एक नवजात बालिका बरामद हुई थी
जिसे गांव के ही एक दंपत्ति ने अपना आँचल दे दिया था इसकी खबर सोशल मीडिया में जब वायरल हुई तो बच्चो की सुरक्षा व आपातकालीन सहायता की संस्था चाइल्ड लाइन टीम से कु0 वंदना व राम कैलाश ने नवजात को अपने संरक्षण में लेने व विधिक कार्यवाही कराने को कहा, जब दम्पत्ति ने नवजात को अपने पास
ही रखने के लिए कहा तो टीम ने जिला प्रोबेशन अधिकारी श्री अनिल कुमार मौर्य को सूचना दी। श्री मौर्य व बाल कल्याण समिति के सदस्य रत्नेश कुमार के निर्देशों से व थानाध्यक्ष की सहायता से नवजात को रिकवर कराया गया चाइल्ड लाइन 1098 बाराबंकी टीम ने नवजात को अपने संरक्षण में लेकर बाल कल्याण समिति के समक्ष पेश किया।
समिति ने नवजात को जिला अस्पताल में भर्ती कराने का आदेश दिया चाइल्ड लाइन टीम सदस्य रामकैलाश व वन्दना नवजात को जिला अस्पताल लेकर पहुंची जहाँ डॉक्टरों ने नवजात बालिका को डॉ राम मनोहर लोहिया अस्पताल लखनऊ रिफर कर दिया। चाइल्ड लाइन बाराबंकी टीम नवजात को लोहिया अस्पताल में भर्ती कराकर इलाज करा रही है बाल कल्याण समिति
के सदस्य रत्नेश कुमार ने बताया कि कोई भी लावारिश बच्चे को कोई भी दम्पत्ति सीधे अपने पास नही रख सकता है जिस किसी निःसंतान दम्पत्ति को बच्चा गोद लेना है तो वह भारत सरकार के बाल दत्तक ग्रहण अथॉरिटी CARA में अपना पंजीकरण कराए तथा नियमों और मनको का पालन कर बच्चा गोद ले सकता है प्रश्नगत नवजात में ऐसी कोई प्रक्रिया का पालन नही किया गया है, विधिक रूप से दत्तक ग्रहण कराने हेतु ही नवजात को राजकीय संरक्षण में ले लिया गया है