दस लाख रुपये की लागत से बना नाला पहली बरसात भरभरा कर गिरा।

रिपोर्ट :- पुष्पेंद्र कुमार वर्मा।
निंदूरा बाराबंकी। गांव के गंदे व बारिश के पानी को बाहर निकालने के लिए पंचायत में नाले का निर्माण कराया गया था। करीब दस लाख रुपये की लागत से बना नाला पहली बरसात भी नहीं झेल सका और ताश के पत्तों के समान भरभरा कर बिखर गया।
विकास खंड क्षेत्र के हसुवापारा में गंदे व बारिश के पानी के निकासी के लिए नाला निर्माण किया गया था। मेन रोड से भुइइयन तालाब तक के इस नाला निर्माण में करीब दस लाख रुपये खर्च किए गए थे।
करीब छह माह पूर्व क्षेत्र पंचायत से बना यह नाला पहली बरसात भी नहीं झेल सका और शुक्रवार को ताश के पत्तों के समान भरभरा कर बिखर गया। स्थानीय ग्रामीणों ने बताया कि नाला निर्माण के समय गुणवत्ता पूर्ण कार्य न होने के लिए इसकी शिकायत की गई थी। जिसमें जेई द्वारा ठेकेदार को नोटिस जारी कर कार्य गुणवत्तापूर्ण करने के निर्देश दिए गए थे। लेकिन इसके बावजूद मानकों की अनदेखी कर नाले का निर्माण करा दिया गया।जिसका नतीजा यह रहा कि पहली बरसात में ही नाला धराशाई हो गया।