डॉ अम्बेडकर छात्रावास में बाबा साहब डॉ बीआर अम्बेडकर की जयंती बड़ी धूमधाम से मनाया गया।

रिपोर्ट :- शिवा वर्मा/ यूपी ब्रेकिंग न्यूज़
बाराबंकी। समाज सेवा संस्थान द्वारा डॉ अम्बेडकर छात्रावास में बाबा साहब डॉ बीआर अम्बेडकर की जयंती बड़ी धूमधाम से मनाया गया। जयंती समारोह में मुख्य अतिथि जिले के सांसद श्री उपेन्द्र सिंह रावत ने बाबा साहब की प्रतिमा पर माल्यार्पण किया और सम्बोधित करते हुए कहा कि डॉ अम्बेडकर से बड़ा कोई राष्ट्र भक्त नही है। उन्होंने कहा कि जब बाबा साहब हिन्दू धर्म को त्यागने की घोषणा की तो इस्लाम और क्रिश्चियन धर्म के लोगों ने बाबा साहब को अपने अपने धर्म मे आने के लिए तमाम अनुरोध किया लेकिन बाबा साहब ने इस्लाम और क्रिश्चियन धर्म को इसलिए नही स्वीकार किया क्योंकि यह दोनो धर्म विदेशी धर्म थे।
बाबा साहब ने कहा कि विदेशी धर्म को ग्रहण करने के मतलब है कि धर्म परिवर्तन नही बल्कि राष्ट्र परिवर्तन है। सांसद ने कहा कि अनेक शोषण और भेदभाव को झेलकर भी जब उन्हें भारत का संविधान लिखने का अवसर मिला तो उन्होंने ने किसी प्रकार के बदले की भावना नही रखी और देश के हर नागरिकों के कल्याण उनके अधिकारों की रक्षा का ख्याल रखा है, इसलिए बाबा साहब से बढ़कर कोई राष्ट्र एकीकरण का कार्य करने वाला नेता नही हुआ। बाबा साहब भारत के मसीहा है, आधुनिक भारत के निर्माता हैं। इन्हें किसी जाति, धर्म मे सीमित नही किया जा सकता है।
जयंती समारोह में हैदरगढ़ क्षेत्र के विधायक श्री दिनेश चंद्र रावत ने सम्बोधित किया और कहा कि भारत का प्रत्येक व्यक्ति डॉ अम्बेडकर के एहसान का ऋणी है। उन्होंने अपने जीवन को हम सबकी खुशी के लिए न्योछावर कर दिया है, उनके एहसान को भूलना अपने माता पिता को भूलना होगा।
समारोह की अध्यक्षता कर रहे जयंती समारोह के आयोजक पूर्व सांसद आनंद प्रकाश गौतम ने अपने अध्यक्षीय भाषण में कहा कि बाबा साहब डॉ अम्बेडकर का जीवन संघर्ष ही बाबा साहब का संदेश है, उनके जीवन को आज की पीढ़ी को पढ़ना चाहिए
समारोह में पूर्व जिला जज राम किशोर, भारतीय बौद्ध महासभा के जिलाध्यक्ष सुंदरलाल भारती, रामपाल भारती, इं संतलाल, कमलेश कुमार, रामआसरे बौद्ध, रत्नेश कुमार सहित चाइल्ड फ्रेन्डली स्कूल के छात्र छात्राओं ने भी सम्बोधित किया। इस अवसर पर सैकड़ों लोग जयंती समारोह में उपस्थित रहे।