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भारतसंचार एवं सूचना प्रौद्योगिकी मंत्रालय

चीफ ऑफ डिफेंस स्टाफ (सीडीएस) जनरल अनिल चौहान ने सी-डॉट का दौरा किया

सी-डॉट ने सीडीएस के सामने स्वदेशी रूप से विकसित उन्नत सुरक्षा समाधान और अन्य मौजूदा प्रौद्योगिकी कार्यक्रमों का प्रदर्शन किया

जनरल चौहान ने सी-डॉट के अनुसंधान समुदाय के अनुसंधान एवं विकास प्रयासों की सराहना की

सीडीएस ने भविष्य के और अत्याधुनिक सुरक्षित दूरसंचार समाधानों के विकास के लिए सी-डॉट और रक्षा बलों के बीच बड़े सहयोग पर जोर दिया

रिपोर्ट:-शमीम 

चीफ ऑफ डिफेंस स्टाफ (सीडीएस) जनरल अनिल चौहान ने आज भारत सरकार के संचार मंत्रालय के दूरसंचार विभाग के एक प्रमुख दूरसंचार अनुसंधान एवं विकास केंद्र, सेंटर फॉर डेवलपमेंट ऑफ टेलीमैटिक्स (सी-डॉट) दिल्ली परिसर का दौरा किया। सी-डॉट सरकार के आत्मनिर्भर भारत के विजन के अनुरूप देश की जरूरतों के लिए स्वदेशी, सुरक्षित दूरसंचार समाधान विकसित करने में सक्रिय रूप से काम कर रहा है।

सी-डॉट के मुख्य कार्यकारी अधिकारी डॉ. राजकुमार उपाध्याय ने सीडीएस जनरल अनिल चौहान और सशस्त्र बलों के अन्य वरिष्ठ अधिकारियों के सामने सुरक्षा संचालन केंद्र (नेटवर्क में मैलवेयर का वास्तविक समय में पता लगाना), एंटरप्राइज सुरक्षा केंद्र (सभीएंड प्वाइंट्स को कवर करते हुए एंटरप्राइज स्तर पर द्वेषपूर्ण खतरों और हमलों का वास्तविक समय में पता लगाना और उनको कम करना), क्वांटम की डिस्ट्रीब्यूशन, पोस्ट क्वांटम क्रिप्टोग्राफी, जैसे प्रमुख दूरसंचार सुरक्षा क्षेत्रों से विविध दूरसंचार उत्पाद पोर्टफोलियो/समाधानों पर एक विस्तृत प्रस्तुति दी।।

अन्य समाधान जैसे 4जी कोर और 4जी आरएएन, 5जी कोर और 5जी आरएएन, सीएपी का उपयोग करके आपदा प्रबंधन समाधान, ऑप्टिकल ट्रांसपोर्ट और एक्सेस समाधान, स्विचिंग और रूटिंग समाधान आदि पर भी विचार-विमर्श किया गया। इसके बाद उपयोग के मामलों पर प्रकाश डालते हुए इन समाधानों का प्रयोगशाला प्रदर्शन किया गया।

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जनरल चौहान ने सी-डॉट के अभियंताओं के साथ बातचीत की और आधुनिक युद्ध में नेटवर्क केंद्रित से डेटा केंद्रित होने के बदलते परिदृश्य के मद्देनजर भविष्य और उन्नत सुरक्षित संचार समाधानों के एकीकरण के लिए सी-डॉट और भारतीय सशस्त्र बलों के तीनों अंगों के बीच बेहतर तालमेल की आवश्यकता पर बल दिया।

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सी-डॉट के मुख्य कार्यकारी अधिकारी डॉ. उपाध्याय ने सीडीएस को भारतीय सशस्त्र बलों की जरूरतों और आवश्यकताओं के अनुसार अत्याधुनिक सुरक्षा समाधान विकसित करने के प्रति सी-डॉट की प्रतिबद्धता का आश्वासन दिया।

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जनरल अनिल चौहान ने कहा, “हमारा देश बदलाव के दौर में है, हम डिजिटलीकरण के रास्ते पर आगे बढ़ रहे हैं, हमारे सभी कार्य स्वदेशीकरण की दिशा में प्रयासरत हैं।” उन्होंने आगे कहा, “सी-डॉट का दौरा एक रहस्योद्घाटन था, मैं हमारी संचार प्रणाली और साइबर स्पेस की रक्षा करने की अपने राष्ट्र की क्षमता के प्रति आश्वस्त होकर वापस जा रहा हूं।”

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सी-डॉट ने सीडीएस जनरल चौहान के नेतृत्व वाली पूरी रक्षा टीम को धन्यवाद दिया और उत्साह व्यक्त किया और इस प्रतिबद्धता को शानदार सफलता के साथ आगे ले जाने के लिए अपनी दृढ़ प्रतिबद्धता दोहराई।

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सी-डॉट परिसर में सी-डॉट के सीईओ डॉ. राजकुमार उपाध्याय के साथ चीफ ऑफ डिफेंस स्टाफ (सीडीएस) जनरल अनिल चौहान।

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कॉमन अलर्ट प्रोटोकॉल (सीएपी) अर्ली वार्निंग इंटीग्रेटेड अलर्ट सिस्टम की प्रयोगशाला का दौरा

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एंटरप्राइज सिक्योरिटी ऑपरेशन सेंटर (ईएसओसी) प्रयोगशाला का दौरा

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क्वांटम की डिस्ट्रीब्यूशन (क्यूकेडी) प्रयोगशाला का दौरा

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सीडीएस जनरल अनिल चौहान सी-डॉट परिसर में पूरे अनुभव पर अपने विचार साझा कर रहे हैं

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सीडीएस जनरल अनिल चौहान और उनकी टीम के साथ सी-डॉट टीम।

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