![up-breaking-logo](https://up-breakingnews.com/wp-content/uploads/2023/05/output-onlinepngtools-2-600x470.png)
4 बच्चों की मां नें अपने प्रेमी के साथ मिलकर अपने पति को उतारा मौत के घाट।
रिपोर्ट :- शिवा वर्मा/यूपी ब्रेकिंग न्यूज
सिरौलीगौसपुर, बाराबंकी। खबरों से सवालों में घिरी पुलिस ने चार दिनों में ही कैलाश हत्याकाण्ड के बहुचर्चित मामले का खुलासा करते हुए तमाम अफवाहों पर पूर्णविराम लगाते हुए मृतक की पत्नी को ही प्रेमी के साथ मिलकर अपने पति की हत्या करने के आरोप में गिरफ्तार कर उनकी निशानदेही पर हत्या मे प्रयुक्त पाना व बोलेरो गाड़ी बरामद कर ली है। साथ ही हत्या के आरोपों से घिरे जुल्फी मियां के भी पाक साफ होने का सच भी सबके सामने आ गया है। खुलासे से जानकारी मे आया कि हत्या के राज को दबाने के प्रयास मे ंही तमाम अफवाहे हत्यारोपियों द्वारा ही फैलायी जा रही थी।
जानकारी अनुसार बीते दिनों खेत में पानी लगाने गये थाना बदोसराय के ग्राम हजरतपुर निवासी राम कैलाश बहेलिया का शव गमछे से कसा हुआ हुआ खून से लथपथ गांव से करीब 5 किलो मीटर दूर तालाब किनारे पड़ा मिला था। जिसमें पुलिस ने दो लोगों को तहरीर के हिसाब से नामजद किया था लेकिन मृतक कैलाश की पत्नी ने जिला मुख्यालय एसपी कार्यालय पहुंचकर शपथपत्र देकर इसमें क्षेत्र के नामी गिरामी बहुचर्चित जुल्फी मिंयां को नामजद करने का प्रयास किया। जिसमें एसपी ने जांच सीओ रामनगर को सौंपी। जिन्होंने दो ही दिनों में मामले की छानबीन बदासराय पुलिस की सहायता से करते हुए हत्या के आरोप में मृतक कैलाश की पत्नी रेनू को हिरासत में लेकर पूछताछ की तो सारा सच निकलकर सामने आ गया।
पुलिस के बताए अनुसार पूछताछ दौरान हत्यारोपी चार बच्चों की मां रेनू ने बताया कि मृतक की पत्नी रेनू को उसके पति नें आपत्तिजनक स्थिति में रंगे हाथ पकड़ लिया था और काफी मारा पीटा था जिससे क्षुब्ध होकर पत्नी नें अपने दूसरे प्रेमी थाना बदोसराय के ग्राम किन्तूर निवासी रामकुमार उर्फ गुट्टी के साथ मिलकर अपने पति को पहले कोल्डड्रिंक में नशे की दवा पिलाकर गले में गंमछा कसकर मौत के घाट उतार दिया। कैलाश की हत्या कर लाश को ठिकाने लगाने के लिए बलेनो गाड़ी यूपी 32 एमएफ 3454 से पहले नहर में डालने का प्रयास किया पानी ना होने के कारण रोड़ किनारे तालाब के पास फेंक दिया। साथ ही आपना जुर्म छिपाने के लिए घिनौना षड्यंत्र भी रच डाला पुलिस को गुमराह करने के लिए गांव के ही अंशू कुमार पुत्र अशोक कुमार व तिलक राम के खिलाफ मुकदमा पंजीकृत करवा दिया था। जिसमें बाद में मृतक की पत्नी रेनू नें षड्यंत्र रचते हुए कई निर्दोष लोगों को फंसाने का भी प्रयास किया जिसमें असफल रहीं। फिर अपने आप को फंसता देख कर गांव के ही जुल्फी मियां व उनके साथियों को भी फंसाने का असफल प्रयास किया।
खुलासे मे पुलिस टीम में थानाध्यक्ष गजेन्द्र सिंह, उप निरीक्षक राजेश कुमार भारती कांस्टेबल संदीप पटेल आकाश महिला कांस्टेबल हिमांशी मौजूद रहे।