
रिपोर्ट :- शिवा वर्मा (संपादक)
बाराबंकी। कलाओं का संवर्धन वास्तव में संस्कृति का संरक्षण है। कला मानव जीवन को सुन्दर बनाती है। कलाओं के माध्यम से जो बेहतरीन संभावना को आकार दे वही कलाकार होता है।
उक्त विचार उपेन्द्र सिंह रावत सांसद बाराबंकी ने उत्तर प्रदेश संगीत नाटक अकादमी लखनऊ के सहयोग से जिला सहकारी बैंक सभागार में आयोजित पारम्परिक लोकगायन कार्यशाला के समापन एवं प्रमाणपत्र वितरण समारोह में व्यक्त किये।
लोकगायिका सरोज श्रीवास्तव के संयोजन में आयोजित समारोह में नव प्रशिक्षित युवाओं रेखा, रंजू , वासु, जाहन्वी,महिमा, तनुश्री, अर्पणा, शैलजा, प्रतिमा, वंदना, विन्दु पाण्डेय, किरन, पुष्पलता, हरीश, हिमांशु, खुशा कैश, अनुराग आदि द्वारा लोकगायन अंतर्गत पारम्परिक गीतों- देवीगीत, नकटा, संस्कारगीत, चूड़ी गीत, झूला गीत, होली गीत आदि की एक से बढ़कर एक मनमोहक प्रस्तुतियां प्रसंसनीय रहीं।
आंखें फाउन्डेशन के तत्वावधान में आयोजित समारोह का दीप जलाकर सिद्धांत पटेल चेयरमैन जिला सहकारी बैंक ने शुभारम्भ किया। नगर पालिका परिषद चेयरमैन शशि श्रीवास्तव ने विशिष्ट अतिथि रूप में उपस्थित होकर प्रशिक्षु कलाकारों का उत्साहवर्धन किया। अभयराज श्रीवास्तव व सदानन्द वर्मा ने अतिथियों का स्वागत किया।
कार्यक्रम का संचालन सुधीर जैन ने किया। समारोह संरक्षक अवधी अध्ययन केंद्र उत्तर प्रदेश के अध्यक्ष प्रदीप सारंग, अवध भारती संस्थान के उपाध्यक्ष विश्वम्भरनाथ अवस्थी, प्रवेश शुक्ला जिला पंचायत सदस्य रामनगार, प्रदीप मौर्य सभासद लखपेड़ा बाग, सुशील गुप्ता सभासद सत्यप्रेमी नगर, अशोक मिश्र, राजेश बरनवाल, शरदराज सिह, सौरभ कमल, सना अन्सारी, अतीक अहमद, गुलजार बानो, सुमन श्रीवास्तव आदि उपस्थित रहे।